नई दिल्ली. देश में करोड़ों लोग ज्योतिष शास्त्र पर भरोसा करते हैं. ज्योतिष शास्त्र को कोई विज्ञान कहता है तो वहीं कुछ लोग इसपर भरोसा नहीं करते. लेकिन ऐसे में एक सवाल है, अगर भारतीय क्रिकेट टीम में एक खिलाड़ी ने शतक जमाया और अगले मैच से पहले कोई ज्योतिषी कह दे कि इस मैच में उस खिलाड़ी के ग्रह ठीक नहीं इसलिए मत खिलाइए तो क्या आप भरोसा करेंगे. आप चौंक जाएंगे, लेकिन ऐसा दावा किया जा रहा है.
भारत में करोड़ों लोग ज्योतिष शास्त्र पर भरोसा करते हैं. ज्योतिष शास्त्र को कोई विज्ञान कहता है तो वहीं कुछ लोग इसपर भरोसा नहीं करते. लेकिन ऐसे में एक सवाल है, अगर भारतीय क्रिकेट टीम में एक खिलाड़ी ने शतक जमाया और अगले मैच से पहले कोई ज्योतिषी कह दे कि इस मैच में उस खिलाड़ी के ग्रह ठीक नहीं इसलिए मत खिलाइए तो क्या आप भरोसा करेंगे. आप चौंक जाएंगे. जैसे कि ये खबर पढ़कर भी आप चौंकाने वाले हैं. आरोप है कि भारतीय फुटबॉल टीम के कोच एक ज्योतिषी से सलाह लेकर खिलाड़ियों की कुंडली दिखवाकर टीम का चयन करते रहे. सुनने में ही जो सवाल हैरानी पैदा करते हैं. ये खबर जब से सामने आई है, तब से चौंका रही है. इसके दो अहम किरदार हैं.
सवाल है कि क्या इन दो किरदारों ने वाकई भारतीय फुटबॉल टीम का सिलेक्शन करने में खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस नहीं खिलाड़ी के ग्रहों की परफॉर्मेंस पर जोर दिया? दावा किया जा रहा है कि फुटबॉल टीम के कोच स्टीमाक और ज्योतिष भूपेश शर्मा ने 2022 में एएफसी एशियन कप में क्वालीफाई करने के दौरान ये देखा था कि कौन से खिलाड़ी के ग्रह ठीक चल रहे हैं, कौन सी खिलाड़ी की कुंडली में गोल मारने का योग बन रहा है और कौन से खिलाड़ी की कुंडली में अच्छे प्रदर्शन के नक्षत्र नहीं चल रहे हैं.