नागपुर। पारडी थाना क्षेत्र में एक राष्ट्रीयकृत बैंक में टेलीकॉलर का काम करने वाली महिला के कागजात का उपयोग करते हुए बैंककर्मी के साथ मिलकर पति-पत्नी द्वारा 3 करोड़ की धोखाधड़ी की गई. पुलिस ने मामला दर्ज किया है. आरोपियों में शंभूनगर निवासी सलमा सुजात अली (30), उसका पति वाठोड़ा निवासी गजेन्द्र अकनकर (42) और बैंककर्मी हर्षल शामिल है. तीनों आरोपी फरार बताए गए हैं.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, भांडेवाड़ी निवासी कांचन प्रभाकर मेश्राम (30), जो कि स्वयं एक सरकारी बैंक में टेलीकॉलर के रूप में काम करती है, और सलमा एक-दूसरे को जानते थे. सलमा पेशे से वकील है.
उसने अपने पति के साथ मिलकर पहले कांचन का भरोसा जीता. फिर उसके नाम के पहचान पत्र आदि का उपयोग करके कांचन के नाम पर जियो कंपनी का एक सिम लिया. फिर हर्षल के साथ मिलकर आईसीआईसीआई बैंक में कांचन के नाम से अकाउंट भी खोल दिया.
दूसरी ओर, कांचन इन सब कामों से पूरी तरह अंजान थी. आरोपियों ने फरियादी को 10,000 रुपये आने का झांसा दिया था. लिहाजा इसी बैंक खाते में 3 करोड़ रुपये का गैर व्यवहार किया. उन्होंने कांचन के नाम पर नकली दूकान के फर्जी कागजात तैयार किये और इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया. आरोपियों ने इस धोखाधड़ी को 17 जुलाई से 14 अक्तूबर के बीच अंजाम दिया.
धोखाधड़ी का पता चलते ही कांचन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मामला दर्ज होते ही आरोपी फरार हो गए हैं. उनकी तलाश की जा रही है.