अयोध्या. 22 जनवरी को रामलला अपने भव्य दिव्य मंदिर में विराजमान होंगे. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए शासन प्रशासन और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अभी से तैयारी में जुड़ गया है. वहीं दूसरी तरफ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले ज्यादा से ज्यादा राम मंदिर निर्माण पूर्ण करने के लिए मंदिर निर्माण में लगे मजदूरों की संख्या भी बढ़ा दी गई है. ताकि भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा तक भव्य महल बन कर तैयार हो जाए.
राम मंदिर में भूतल का निर्माण लगभग 95 फीसदी पूरा कर लिया गया है. वहीं रिटेनिंग वॉल को भी लगभग 70 फीसदी बना दिया गया है. इसके साथ ही मंदिर के चारों तरफ परकोटा बनाया जा रहा है. परकोटा का निर्माण भी लगभग 50 फीसदी पूरा कर लिया गया है. इसके अलावा राम मंदिर परिसर में 25000 यात्रियों के लिए यात्री सुविधा केंद्र भी बनाया जा रहा है. जिसका निर्माण लगभग 80 फीसदी पूरा हो गया है.
अगर बात करें रामलला के 5 वर्ष की प्रतिमा के बारे में तो बालक स्वरूप रामलला की प्रतिमा भी लगभग 70 फीसदी बनकर कंप्लीट है. 22 जनवरी 2024 को रामलला अपने भव्य महल में विराजमान होंगे और दिव्य दर्शन देंगे. जिसको लेकर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण के साथ-साथ प्राण प्रतिष्ठा की भी तैयारी शुरू कर दी है.
कारीगरों को बढ़ाया गया
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सूत्रों की माने तो वर्तमान समय में लगभग 3500 कारीगर भगवान राम का भव्य मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयार कर रहे हैं. जिसमें 2500 कारीगर दिन में कार्य कर रहे हैं तो 1000 कारीगर रात्रि में आराध्या का भव्य मंदिर तैयार कर रहे हैं. हालांकि जनवरी 23 में भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण में लगभग 1000 कारीगर कार्य कर रहे थे लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ा दी गई है. पूरे देश के अलग-अलग राज्यों के कारीगर आराध्या के भव्य मंदिर निर्माण को तैयार कर रहे हैं. जिसमें उत्तर प्रदेश, उड़ीसा राजस्थान, कर्नाटक, तमिलनाडु समेत अन्य प्रदेशों के कारीगर लगे हुए हैं.