नई दिल्ली. अडानी ग्रुप अपने बिजनेस को बढ़ाने पर हर दिन काम कर रहा है. अब खबर आ रही है कि साल 2027 तक अडानी ग्रुप एक और नया मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट लगाएगा. इस बार अडानी ग्रुप 10 गीगावाट की क्षमता का प्रोजेक्ट लगाएगा. इस प्रोजेक्ट के लगने से करीब 13,000 रोजगार भी पैदा होंगे. अडानी समूह ऊर्जा बदलाव यानी हरित ऊर्जा कारोबार पर अपना ध्यान केंद्रित करते हुए वर्ष 2027 तक 10 गीगावाट की एकीकृत सौर विनिर्माण क्षमता स्थापित करने में जुटा हुआ है. कंपनी से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी है. अडानी समूह की मौजूदा सौर विनिर्माण क्षमता चार गीगावाट (एक गीगावाट बराबर 1,000 मेगावाट) की है.
ग्रुप की सौर ऊर्जा विनिर्माण इकाई अडानी सोलर से जुड़े सूत्रों ने कहा कि कंपनी को अगले 15 महीनों में 3,000 मेगावाट से अधिक क्षमता के निर्यात ऑर्डर मिले हुए हैं. हाल ही में कंपनी ने बार्कलेज और डॉयचे बैंक से 39.4 करोड़ डॉलर जुटाए हैं.
सौर ऊर्जा उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले सौर पैनल के विनिर्माण से जुड़ी अडानी सोलर का गठन वर्ष 2015 में किया गया था. इसने उसके अगले साल विनिर्माण शुरू कर दिया था और छह साल से भी कम समय में इसकी क्षमता तिगुनी से भी अधिक होकर चार गीगावाट हो चुकी है.कंपनी सूत्रों ने कहा कि अडानी सोलर सौर विनिर्माण के क्षेत्र में नई प्रौद्योगिकी को अपनाने में आगे रही है और इसने डिजिटल बदलाव को भी अमलीजामा पहनाया है.