मुंबई में 2008 में हुए आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा को भारत लाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने उनकी प्रत्यर्पण पर रोक लगाने की अंतिम याचिका खारिज कर दी है, जिससे उन्हें भारत भेजने की प्रक्रिया में तेजी आई है।
तहव्वुर राणा, जो पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक हैं, पर आरोप है कि उन्होंने लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करते हुए 2008 के मुंबई हमलों में सहायता प्रदान की थी, जिसमें 166 लोग मारे गए थे। अमेरिका में उन्हें पहले ही आतंकवाद से जुड़े मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है और अब भारत में उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की तैयारी है।
सूत्रों के अनुसार, भारतीय एजेंसियों की एक टीम अमेरिका में आवश्यक कागजी कार्यवाही पूरी कर रही है और राणा को शीघ्र ही भारत लाया जाएगा। हालांकि, उनकी प्रत्यर्पण की सटीक तिथि अभी घोषित नहीं की गई है।
राणा की प्रत्यर्पण से पहले, सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और संभावित खतरों को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कदम उठा रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि राणा का भारत आना, 26/11 हमलों के पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।