विदर्भ भर में संपूर्ण अगस्त बारिश के हिसाब से सूखा ही बीत गया. इससे फसलें संकट में पड़ गर्इं थी. आम नागरिक भी बारिश नहीं होने के कारण बढ़ी गर्मी से परेशान हो गए थे. हर आंख आसमान की ओर उठ रही थी कि कहीं बारिश के बादल दिख जाएं और कहीं पर तो बरसें. आखिर उम्मीद पूरी हुई रविवार की दोपहर को.
रविवार की दोपहर से विदर्भ में नागपुर, चंद्रपुर, वर्धा सहित अनेक स्थानों पर बारिश हुई है और कहीं-कहीं तो मूसलाधार बारिश हुई है. इससे किसानों के चेहरे पर खुशी लौट आई है. नागपुर में तो बारिश और हवा-तूफान के कारण कई स्थानों पर पेड़ धराशाई हो गए. मौसम भी कुछ ठंडा हुआ है. वर्धा जिले के करंजी भोगे नामक गांव में बिजली गिरने से एक भैंस की मृत्यु हो गई.
अगस्त माह में कुछ दिन अपवाद स्वरूप थे, जब बारिश ने दर्शन दिए थे. वैसे तो पूरा महीना ही सूखा बीत गया. ग्रामीण भागों में जहां फसलें सूखने लगीं थी. किसान चिंतित थे, वहीं दूसरी ओर शहरी इलाकों में गर्मी के कारण जनजीवन त्रस्त हो गया था. बंद कूलर फिर से शुरू हो गए थे.
रविवार की दोपहर के आसपास बारिश के बादलों ने हाजिरी लगाई और नागपुर, वर्धा व अन्य स्थानों पर बारिश की शुरुआत हो गई. हालांकि नागपुर में कुछ देर के लिए ही बारिश हुई, मगर इससे अनेक स्थानों पर पेड़ गिर गए और मौसम में ठंडक आ गई.वर्धा जिले में जोरदार बारिश वर्धा जिले में दोपहर को जोरदार बारिश हुई. बारिश से जनजीवन ठप पड़ गया. करंजी भोगे में बिजली गिरने से एक भैंस की जान चली गई. छोटे नालों में भी बाढ़ की स्थिति बन गई, इससे कई स्थानों पर यातायात ठहर गया. वर्धा शहर में भी भारी बारिश दर्ज की गई. जिले के सेलू, देवली, समुद्रपुर तहसीलों में बारिश जारी है.
चंद्रपुर जिले में भी अनेक भागों में बारिश ने हाजिरी लगाई है.