नागपुर के साइबर पुलिस थाना अंतर्गत धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज हुआ था, जहां करीब 6 महीने पहले एक सेवानिवृत्त शिक्षिका को अज्ञात साइबर आरोपियों ने करीब 3,84,599 रुपये का चूना लगा दिया था। इस मामले में शहर पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एक आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम नरेला, दिल्ली निवासी गुलाब रामचंद्रप्रसाद वर्मा बताया गया है.
खास बात यह है कि जिस आरोपी ने धोखाधड़ी की, उसने बैंक खाते से रकम किसी अन्य खाते में ट्रांसफर करने के बजाय आॅनलाइन मोबाइल खरीदे थे. मोबाइल की डिलिवरी गुलाब ने ली थी. ऐसे में मुख्य आरोपी के साथी के तौर पर गुलाब को गिरफ्तार कर नागपुर लाया गया. पुलिस ने उसके खाते में जमा 1,98,800 रुपये और 2 मोबाइल भी जब्त किए हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इंगोले नगर निवासी नंदा सुरेशकुमार मेश्राम (60) को 15 मार्च को अपने मोबाइल पर एक मैसेज मिला. इसमें एक लिंक थी. इस पर क्लिक करने पर नेट बैंकिंग का विकल्प आया, जिसके बाद मोबाइल स्क्रीन पर एक फार्म ओपन हुआ. व्यक्तिगत जानकारी फार्म में भरने के बाद एक ओटीपी मिला. इसे गलत पासवर्ड बताकर फिर एक नया फार्म आया. यह प्रक्रिया दोबारा करने पर फिर एक नया ओटीपी आया. ओटीपी भरते ही उनके बैंक खाते से 3,84,599 रुपये विड्राल हो गए.
उन्होंने बैंक जाकर तसल्ली के लिए स्टेटमेंट निकाला तो रकम विड्राल होने की जानकारी पुख्ता हो गई. इसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से की। साइबर पुलिस थाने में शिकायत मिलने के बाद इस मामले की जांच शुरू हुई।
जांच में पता चला कि असली आरोपी ने झारखंड के जंगली क्षेत्र से यह धोखाधड़ी की थी, लेकिन उसने रकम ट्रांसफर कराने के साथ ही इससे दिल्ली के पते पर आॅनलाइन मोबाइल खरीदे हैं. ये मोबाइल गुलाब ने रिसीव किए.
तुरंत एक टीम दिल्ली रवाना हुई और गुलाब को धर दबोचा. यह कार्रवाई डीसीपी चांडक तथा पीआई डोलस के मार्गदर्शन में मारुति शेलके, तुषार तिडके, अप्पासाहेब कराड आदि द्वारा अंजाम दी गई।