भाजपा नेता सना उर्फ हिना खान हत्याकांड का मुख्य आरोपी पप्पू उर्फ अमित शाहू लगातार नई-नई कहानियां रच कर पुलिस की जांच को गुमराह कर रहा था. ऐसे में सच्चाई का पता लगाने के लिए अब पुलिस ने कोर्ट से पप्पू का नार्को टेस्ट करवाने की अनुमति मांगी है. पप्पू द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 2 अगस्त को ही उसने सना की हत्या कर दी थी और उसके शव को हिरण नदी में फेंक दिया था. 26 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक सना की लाश पुलिस को नहीं मिली है.
जानकारों का मानना है यदि शव नदी में ही होता तो अब तक मिल गया होता. कहीं न कहीं तो लाश दिखाई देती. इसीलिए पुलिस को संदेह है कि पप्पू सच्चाई छिपा रहा है. 15 दिनों की पुलिस हिरासत खत्म होने के बावजूद सच बाहर नहीं आया है. ऐसे में सोमवार को पुलिस ने प्रथम श्रेणी न्याय जिला सत्र न्यायालय के कोर्ट क्रमांक 3 की अदालत में उसका नार्को टेस्ट करवाने की मांग की है. पुलिस अपनी दलील पेश कर चुकी है, जिसका मंगलवार को सुनवाई के बाद निर्णय लिया जा सकता है.
गौरतलब है कि पप्पू पेशेवर अपराधी है. वह पहले भी हत्या की वारदात को अंजाम दे चुका है. इसीलिए वह पुलिस के जांच के तरीकों से वाकिफ है. वह जानता है कि यदि सना का शव नहीं मिला तो उसके खिलाफ आरोप सिद्ध करना मुश्किल हो जाएगा. इसीलिए वह लगातार अपने बयान बदल रहा था. भले ही वह न्यायिक हिरासत में जेल पहुंच चुका है, लेकिन पुलिस पहले ही उसके खिलाफ सेक्सटॉर्शन का मामला दर्ज कर चुकी है. जल्द ही पुलिस उसे दोबारा गिरफ्त में लेगी.
हालांकि सेक्सटॉर्शन के जिन्न के बाहर आने के बाद से कई नेताओं के हाथ-पैर पहले ही फूल गए हैं. आश्चर्य की बात ये है कि सना जिन नेताओं की करीबी बताई जा रही थी, अब तक उनमें से किसी ने भी उसकी हत्या या जांच को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई है. फरार रहते हुए पप्पू एमपी के कांग्रेस विधायक संजय शर्मा के संपर्क में होने की जानकारी पुलिस को मिली थी. कुछ दिन पहले पुलिस ने संजय को नागपुर बुलाकर बयान दर्ज कर छोड़ दिया था।
अब इस मामले में सब की निगाहें पप्पू के नार्को टेस्ट के लिए लगाई गई गुहार पर टिकी हैं और इसके बाद ही इस मामले में आगे जांच की दिशा तय होने वाली है।