बुधवार को राजीव नगर में हुई हत्या के मामले में सुपारी देकर हत्या किए जाने का खुलासा हुआ है । पुलिस मित्र राकेश मिश्रा की सुपारी देकर ही हत्या कराई गई थी। पुलिस की अब तक की जांच में यह बात सामने आई है।
इसके आधार पर एमआईडीसी पुलिस ने बार संचालक सहित दो लोगों को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी दीपक नंदकिशोर वर्मा (42) और अश्विन प्रधान (32) का समावेश है। उन्हें शुक्रवार को कोर्ट में भी पेश किया गया, जहां उन्हें 20 अगस्त तक हिरासत में भेजा गया है।
ज्ञात हो कि 16 अगस्त की रात एमआईडीसी के राजीव नगर में कुख्यात अपराधी अर्जुन दांडेकर व उसके भाई गणेश दांडेकर ने अपने साथियों की मदद से 32 वर्षीय राकेश मिश्रा की हत्या कर दी थी। इस घटना में राकेश का मित्र रवि जायसवाल भी गंभीर जख्मी हो गया था। हालांकि पहले ही सुपारी देकर हत्या किए जाने की चर्चा व्यक्त की जा रही थी, जो कि सही भी साबित हुई।
पुलिस ने इस दिशा में जांच आरंभ की, जिसके बाद बार संचालक दीपक वर्मा और उसके साथी अश्विनी प्रधान के लिप्त होने का पता चला। दोनों को गुरुवार को पूछताछ के लिए थाने में बुलाया गया था और जांच के बाद उन्हें रात में ही गिरफ्तार कर लिया गया।
सूत्रों की मानें तो राकेश की हत्या में दीपक वर्मा के अलावा एमआईडीसी थाना परिसर का एक कुख्यात अफसर भी लिप्त है। अफसर सट्टा किंग के तौर पर परिसर में चर्चित है। उसने कुछ समय पहले परिसर में ही दो बार भी आरंभ किए हैं।
राकेश पुलिस मित्र होने से अक्सर इलाकों के अवैध धंधों की शिकायत पुलिस से करता रहता था। इस वजह से दीपक और अफसर को संदेह था कि राकेश उनके अवैध धंधों की भी पुलिस को शिकायत करता है। इसके साथ ही राकेश की दांडेकर बंधुओं से पुरानी रंजिश भी थी। इसका फायदा उठाकर दीपक और अफसर ने दांडेकर बांधुओं को राकेश की हत्या के लिए सुपारी दी।
दीपक और अफसर की एमआईडीसी थाने के अधिकारी कर्मियों से भी गहरी मित्रता बताई जा रही है। इस वजह से दीपक ने दांडेकर बंधुओं को पुलिस से मदद दिलाने का वादा भी किया। दीपक के इशारे पर ही दांडेकर बंधुओं ने साथियों की मदद से राकेश को मौत के घाट उतार दिया। हालांकि राकेश के परिजनों ने इस मामले में गहराई से जांच कर सुपारी देने वालों को गिरफ्तार करने की मांग की है ।