एमआईडीसी पुलिस थाने के नीलडोह परिसर में हुई एक महिला की हत्या के मामले में पुलिस के पास कोई सुराग नहीं था. ऐसे में झाड़ियों के बीच बैग में एक पैंट बरामद हुआ. इस पैंट में टेलर के स्टीकर से एमआईडीसी पुलिस ने आरोपी का सुराग ढूंढ निकाला. हत्यारा महिला का पति ही निकला, जिसे भंडारा के लाखनी से गिरफ्तार किया गया. पकड़ा गया आरोपी सिद्धार्थ भगवान मेश्राम (40) बताया गया है.
बुधवार की शाम 7 बजे के दौरान पुलिस को एक निर्माणाधीन कंपनी के खाली प्लॉट में महिला की लाश मिली थी. धारदार भारी हथियार से सिर पर वार होने के कारण महिला का शव पहचान में नहीं आ रहा था. हाथ में केवल सिद्धार्थ नाम गुदा हुआ था. पुलिस ने आस-पास के परिसर में जांच की. पास में ही झड़ियों से एक ट्रैवलिंग बैग पुलिस को मिला. उसे खोलने पर उसमें एक पैंट मिला. पैंट में फ्रेंड्स टेलर लाखनी का लेबल लगा हुआ था.
पुलिस का एक दस्ता तुरंत लाखनी पहुंचा. फ्रेंड्स टेलर के संचालक ने बताया कि यह पैंट उसी ने सिला है. किसी सिद्धार्थ नामक ग्राहक के बारे में पूछने पर टेलर ने अपना रिकॉर्ड खंगाला. लाखनी के बोरगांव में रहने वाले सिद्धार्थ का पता चल गया. पुलिस उसके घर पहुंची तो पता चला कि वह 2 दिन से गायब है. उसके परिजनों से पूछताछ करने पर मृतक शिल्पा (36) का पता चला, जो एमआईडीसी के राजीवनगर इलाके में रहती थी.
इसके बाद पुलिस शिल्पा के घर पहुंची. उधर, एक टीम ने लाखनी में जाल बिछा रखा था. शिल्पा के पिता ने बताया कि वर्ष 2014 में उसकी शादी सुनील उंबरे से हुई थी. एक वर्ष बाद ही सुनील की एक्सीडेंट में मौत हो गई थी. वर्ष 2016 से शिल्पा अपने दूसरे पति सिद्धार्थ के साथ रहती थी. सिद्धार्थ के लाखनी पहुंचते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
सिद्धार्थ ने बताया कि 1 माह पहले उसका शिल्पा के साथ घर खर्च की बात को लेकर विवाद हुआ था. मारपीट करने के कारण शिल्पा तब घर छोड़कर मायके में रहने आ गई थी. इसके बाद भी वह उससे खर्च के लिए पैसे मांग रही थी. बुधवार को वह शिल्पा से मिलने के लिए नागपुर आया. उसे नीलडोह ले गया. उसने पहले ही शिल्पा को मारने की योजना बना ली थी. दोनों के बीच विवाद हुआ और सिद्धार्थ ने सत्तूर से सिर पर वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया. लेकिन, पैंट में लगे टेलर के लेबल ने उसे हवालात में पहुंचा दिया.