रुपयों को डबल करने के चक्कर में हुई शहर के 2 व्यापारियों की हत्या के मामले में क्राइम ब्रांच पुलिस ने आरोपियों को गन और कारतूस उपलब्ध कराने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. कोंढाली के एक फार्म हाउस में हुए इस हत्याकांड के लिए असला और हथियार मुहैया करवाने वाले जगदीशनगर, गिट्टीखदान निवासी अब्दुल मन्नान मोहम्मद रहमान (23) को तुमसर के पास से दबोचा गया. पुलिस को उसके पास से 10 जिंदा कारतूत भी मिले. उसके मोबाइल समेत 20,000 रुपयों का माल जब्त किया गया है. इस बीच, हत्याकांड में शामिल 6 आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 4 अगस्त तक पीसीआर में भेजा गया है.
जानकारी के अनुसार, शहर क्राइम ब्रांच में तैनात एपीआई मयूर चौरसिया को गुप्त सूचना मिली थी कि उक्त हत्याकांड में आरोपी ओमकार को मन्नान ने ही बंदूक और कारतूस उपलब्ध कराए थे. बाकी 6 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मन्नान को भी अपने पकड़े जाने का डर था. इसलिए वह बिहार भागने के लिए एक ट्रक में बैठकर शहर से निकल गया.
उधर, जानकारी मिलते ही क्राइम ब्रांच ने मन्नान के मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करते हुए हाइवे पर फिल्डिंग लगा दी और उसे तुमसर के पास से गिरफ्तार कर लिया. उसके घर की तलाशी लेने पर पुलिस को 10 जिंदा कारतूस मिले.
मन्नान मूलत: बिसनपुर, जिला मुंगनेर, बिहार का रहने वाला है. वह बिहार से सस्ते में बंदूकें और कारतूस खरीद कर अन्य राज्यों में महंगे दामों में बेचता है. वह नागपुर के गिट्टीखदान क्षेत्र में किराये के मकान में रह रहा था. उस पर इस तरह के हथियार बेचने के पहले भी मामले दर्ज हो चुके हैं. वह अपराधियों को बंदूकें और कारतूस बेचा करता था. अब पुलिस इस जांच में लगी है कि इससे पहले मन्नान ने किन-किन अपराधियों को ऐसे हथियार बेचे हैं.
यह कार्रवाई शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, अपर पुलिस आयुक्त संजय पाटिल, डीसीपी मुमक्का सुदर्शन के मार्गदर्शन में एपीआई चौरसिया, देशमुख, रोडे, उईके, गभणे, अहीर, सोंदरकर, मसराम, श्रीपात्रे के अलावा साइबर सेल के झाडोकर, पराग, शेखर, अनंता, मिथुन आदि द्वारा मिलकर अंजाम दी गई.
उधर, जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपियों आनंदीलाल वर्मा (22), दानेश दुर्गाप्रसाद शिवपेठे (21), लकी संजय तुरकेल (22), ओमकार महेंद्र तलमले (25), हर्ष सौदागर बागडे (19) और विशाल पवन पुंज (21) को शुक्रवार को काटोल पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 4 अगस्त तक पुलिस हिरासम में भेज दिया गया.
इस दौरान उपविभागीय पुलिस अधिकारी बापू रोहम, एएसआई राठोड, लौटावार समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद था. भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच में काटोल कोर्ट में पेश किया गया था ।