बुधवार की रात से लेकर तो गुरुवार की सुबह तक जारी मूसलाधार बारिश ने नागपुर में पिछले 29 सालों का बारिश का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. बिजली की गड़गड़ाहट के साथ हुई भारी बारिश से अंबाझरी तालाब ओवरफ्लो हो गया. नागपुर शहर के साथ ही संपूर्ण जिले में बाढ़ जैसी हालत पैदा हो गई है. महानगर के बेसा इलाके में एक युवक नाले की बाढ़ में बह गया. दूसरी घटना जाटतरोड़ी में घटी, जहां पर एक व्यक्ति की नाले में गिरने से मौत हो गई. हिंगणा तालुका में वेणा नदी की बाढ़ में फंसे 3 बच्चों सहित 10 लोगों को राज्य आपत्ति प्रतिसाद दल (एमडीआरएफ) के जवानों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया. उमरेड रोड के कलमना में हरडे फार्म हाउस पूरी तरह से पानी में डूब गया था. यहां पर फंसे एक परिवार के 4 लोगों को बचा लिया गया.
मध्य रात के आसपास आंधी-तूफान और बिजली की जोरदार गड़गड़ाहट के बीच हुई बारिश ने शहरवासियों की नींद हराम कर दी. नागपुर के प्रादेशिक मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में नागपुर में 164 मिलिमीटर बारिश दर्ज की गई. नागपुर विमानतल में 164 मिमी बारिश, पारडी में 179.7 मिमी और सीताबर्डी इलाके में 177.4 मिमी बारिश दर्ज की गई.
रात भर होती रही मूसलाधार बारिश से शहर के निचले भागों में पानी भर गया है. नरेंद्रनगर पुल में दो ट्रक पानी में फंस गए. नागपुर विमानतल के प्रवेश द्वार का दृश्य भयानक है. विमानतल में जाने वाली सड़क पूरी तरह से पानी में डूब गई थी.
बेसा इलाके के शिवकृपा नगर में रहने वाला प्रकाश बर्वे (42) बेसा के नाले में बह गया. दिन भर उसकी तलाश होती रही. जाटतरोडी आंबेडकर मूर्ति फैक्टरी के पास नाले में गिरने से एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई. मृतक का नाम रविचंद्र गौतम गोंडाने (35) है. उक्त व्यक्ति के नाले में गिरने की सूचना मिलते ही कॉटन मार्केट फायर स्टेशन के अधिकारी और कर्मी मौके पर पहुंचे. रेस्क्यू आॅपरेशन के दौरान उक्त व्यक्ति का शव बरामद हुआ.
हिंगना में हनुमान नगर में फंसे 10 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. किरमती भरकस गांव में करीब 50 से 60 झोपड़ियां पानी से घिर गई हैं.
कलमना का हरडे फार्म हाउस पानी में डूब गया था. यहां एक ही परिवार के चार लोग फंस गए थे, जिन्हें बचा लिया गया. इसमें विनय धवनगये (42), पत्नी नालिना (32), बेटी पूर्वी (11), निस्टा (9) और एक डॉगी का समावेश था. महानगर पालिका के अग्निशमन विभाग में तड़के से ही नागरिकों की शिकायतें आने लगीन थी. इसके चलते महानगरपालिका प्रशासन काम से लग गया था. शहर की निचली बस्तियों में ही नहीं, बल्क़ि शहर के अनेक अपार्टमेंट में पानी भर गया है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक गुरुवार को मूसलाधार बारिश हो गई है. इसे देखते हुए कई स्कूल-कॉलेजों ने आज छुट्टी दे दी थी.
प्रभाग 26 में रिंग रोड से सटी बस्तियां पवनशक्ति नगर, राज नगर, धरती माँ लोककल्याण नगर, न्यू सूरज नगर, संघर्ष नगर, भांडेवाड़ी डम्पिंग परिसर, माँ वैष्णोदेवी नगर, श्रावण नगर जलमग्न हो गई हैं. भांडेवाड़ी कचरा डम्पिंग यार्ड का दूषित पानी आसपास के क्षेत्र के अनेक घरों में घुस गया है. इससे संक्रमण फैलने की संभावना जताई गई है. जनजीवन भी अस्तव्यस्त हो गया है.
वर्धमान नगर, शांति नगर, पारडी, भरतवाड़ा, शिवशंभू नगर, मनीष नगर, नरेंद्र नगर, सूर्या नगर, एच.बी. टाउन जैसे इलाकों में भी बारिश का पानी घुसने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है. गुरुवार की सुबह बारिश के विश्राम लेने के कारण परिस्थिति फिलहाल नियंत्रण में बताई गई है.