मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनकी परेड कराने की मानवता को पैंरो तले रौंदते हुए मानवीय मूल्यों को शर्मसार करने वाली घटना का रविवार की शाम संविधान चौक पर धिक्कार किया गया।
बहुजन विचार मंच के आवाहन पर राजनैतिक दलों, सामाजिक संगठनों और मानवाधिकार संगठनों ने एकजुटता दिखाते हुए संविधन चौक पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहब आंबेडकर को साक्षी रखकर यह आंदोलन किया गया। इस अवसर पर हस्ताक्षर अभियान के साथ-साथ कैंडल और शांति मार्च भी निकाला गया ।
बहुजन विचार मंच के नरेंद्र जिचकर, पूर्व नगरसेवक किशोर जिचकर ने शहर के सामाजिक, सांस्कृतिक, मानवाधिकार संगठनों सहित राजनैतिक दलों से संगठनात्मक विरोध दर्ज कराने का आग्रह किया था।
मंच के इस आवाहन पर सिविल लाइन एसोसिएशन, इंटक, गोरेवाड़ा ट्रैकर्स, भारतीय ईसाई महिला आंदोलन, अखिल भारतीय कैथोलिक संघ, विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन, मराठी नाट्य परिषद, सारथी ट्रस्ट, स्वच्छ मिशन फाउंडेशन, ओबीसी महासंघ, ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट, भारतीय मानवाधिकार संगठन, राष्ट्रीय मुस्लिम बहुजन परिषद, स्वतंत्रता सेनानी संगठनों सहित विभिन्न राजनैतिक दलों ने मणिपुर की घटना का पुरजोर विरोध प्रकट करते हुए मणिपुर की सरकार को बरखास्त करने की मांग की। कहा गया कि, मानवीय मूल्यों को पैरों तले रौंदते हुए मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना के चलते देश की आन- बान- शान को ठेंस पहुंची है। इसलिए मणिपुर की सरकार ने सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है।
वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी और गांधीवादी नेता लीलाताई चितले और पूर्व महापौर कुंदाताई विजयकर भी उपस्थित थे। उनके साथ ही पूर्व पालकमंत्री डा. नितिन राऊत, सतीश चतुर्वेदी, कांग्रेस नेता प्रफुल्ल गुडधे पाटिल, मनपा में विरोधी पक्ष के नेता तानाजी वनवे, पूर्व नगरसेवक विजय बाबरे, यशवन्त कुंभलकर, सुभाष भोयर, नीरजा प्रसाद, एड. स्मिता सरोदे सिंघलकर, वरिष्ठ खेल आयोजक प्रो. विजय बारसे, नाटककार सलीम शेख, अभिनेत्री पूजा शाहू, आयशा, झुंड अभिनेता नीरज जामगड़े, चित्रकार लालजी श्रीवास, गीतकार विनोद राउत, सुलेखककार सौरभ दास, सचिन गिरी, नाना मिसाल, अनुसया काले सबरानी, डॉ. सुरेखा जिचकर, डॉ. कल्पना जाधव, प्रो. जावेद शेख, घनश्याम मांगे, इंद्रसेन ठाकुर, अरुण कदम, श्रेया ठाकरे, विजय फर्नांडीस, अजय पांडे, विजय शिंदे, आंचल वर्मा, पूनम हिंदुस्तानी, निमी विजू जोसेफ, त्रिशरण सहारे, ऋचा जैन, दिलीप घोरपड़े, अरुण वरहाड़े, अनुसया काले, नब्बू शेख, प्रा. जावेद शेख, मोईन काजी समेत बड़ी संख्या में युवक-युवतियां शामिल हुए। मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते शांति कैंडल मार्च भी निकाला गया।.