महाराष्ट्र की राजनीति के लिए साल 2022 काफी उठा पटक भरा रहा, शिवसेना दो गुटों में बंट गई. एक उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना तो दूसरी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना. अब एक बार फिर महाराष्ट्र की राजनीति में उबाल आता दिख रहा है. उद्धव शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने सोमवार को एक बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के 22 विधायक बीजेपी से नाखुश हैं और पार्टी छोड़ना की तैयारी कर रहे हैं. इसी के ही साथ उन्होंने दावा करते हुए कहा है कि 9 सांसद भी हमारे संपर्क में हैं. जो हमारी पास वापस आने के लिए तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि ये सभी विधायक और सांसद वहां बहुत परेशान हैं क्योंकि वहां इनका कोई काम नहीं हो रहा है. उनके निर्वाचन क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं हो रहा. मुख्यमंत्री भी इनकी कोई बात नहीं सुन रहे हैं. इसे पहले शिंदे गुट के सांसद गजानन कीर्तिकर ने भी बीजेपी पर भेदभाव करने के आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि बीजेपी, शिंदे शिवसेना के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रही है. शिंदे शिवसेना के सांसदों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. उनती अवहेलना की जा रही है.
सांसद विनायत राउत ने कहा कि मंत्री शंभुराजे देसाई की 15 दिन पहले उद्धव ठाकरे को लेटर लिखा था. जिसमें उन्होंने कहा कि वो वहां घुटन महसूस कर रहे हैं. वहीं देसाई ने इस बात से साफ इंकार कर दिया है. उनका कहना है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया. वहीं उन्होंने कहा कि विनायत राउत को अपने इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए. चेतावनी देते हुए देसाई ने राउत को दो दिन का नोटिस दिया है. उन्होंने कहा कि अगर राउत अपना बयान वापस नहीं लेते हैं, तो वो कानूनी कार्रवाई करेंगे.