दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने के बीच रविवार को हरियाणा, यूपी, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान के खाप प्रतिनिधियों की महापंचायत हुई। साढ़े 4 घंटे चली इस महापंचायत में बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए सरकार को 15 दिन और देने का फैसला लिया गया। अगर 20 मई तक हल नहीं निकला तो 21 मई को फिर महापंचायत बुलाकर बड़ा फैसला लिया जाएगा।
इस बीच महापंचायत में जंतर-मंतर पर लंगर का प्रबंध भी किया गया। लोगों ने जमीन पर बैठकर खाना खाया। इस महापंचायत को लेकर दिल्ली पुलिस ने कड़े सुरक्षा प्रबंध करते हुए लगभग 2 हजार जवान तैनात किए थे। पहलवानों के धरनास्थल के नजदीक ही डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की सरकारी कोठी है। वहां बैरिकेडिंग की गई।सरकार की अर्थी जलाएंगे : उगराहां
वहीं, इस बीच पंजाब से किसानों को लेकर पहुंचे भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के उगराहां ने ऐलान किया है कि वह 11 मई से 18 मई के बीच देशभर में मोदी सरकार और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण की अर्थी जलाएंगे। अर्थियां जलाने की घोषणा संगठन के प्रधान जोगिंदर उगराहां ने की है।पहलवानों का धरना 15वें दिन भी जारी रहा
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी के लिए पहलवानों का दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना आज 15वें दिन भी जारी है।देशभर में खड़ा किया जाएगा आंदोलन महापंचायत के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने उसमें लिए गए फैसले की जानकारी दी। टिकैत ने कहा कि रेसलर्स के धरने को 15 दिन हो गए। हम सरकार को 15 दिन और देते हैं। सरकार इस मसले का समाधान निकाले। यह समय 20 मई तक का है। हल न निकलने पर 21 मई को फिर महापंचायत होगी, जिसमें बड़े से बड़ा निर्णय लेने से पीछे नहीं हटेंगे। 20 मई तक कोई फैसला न होने पर ये आंदोलन देशभर में खड़ा किया जाएगा।ये बेटियों का मामला, इसमें पॉलिटिक्स न करें
टिकैत ने कहा कि इस आंदोलन को खिलाड़ियों की कमेटी ही चलाएगी। मगर, अब रोजाना धरनास्थल पर किसी न किसी गांव से किसी न किसी खाप के लोग यहां मौजूद रहेंगे। यह लोग सुबह से शाम तक खिलाड़ियों के साथ रहेंगे। यह बेटियों का मामला है। इसमें पॉलिटिक्स नहीं होनी चाहिए।किसान आंदोलन की ओर इशारा, विनेश बोली- खापों का फैसला मंजूर
टिकैत ने किसान आंदोलन की ओर इशारा करते हुए कहा कि हमारे पास आंदोलन चलाने का 13 महीने का सरकार का दिया हुआ सर्टिफिकेट है। उधर खाप महापंचायत के फैसले पर विनेश फोगाट ने कहा कि वह फैसले से सहमत हैं और खापों से बाहर नहीं है।
जंतर-मंतर पर पहुंचे किसान इससे पहले रविवार सुबह खाप महापंचायत के लिए पंजाब से किसान भी जंतर-मंतर पर पहुंचे। रविवार सुबह टिकरी बॉर्डर पर रोके जाने पर किसान नेताओं के साथ आई महिलाओं ने बैरिकेड्स हटा दिए। इसके बाद पुलिस ने इन्हें दिल्ली में एंट्री की मंजूरी दे दी। इसके बाद किसान बसों और छोटी गाड़ियों से जंतर-मंतर पहुंचे।