इंजीनियर हसन सिद्दीकी की दुर्घटना पर नकेल कसने में थानेदार और पूर्व जांच अधिकारियों की भूमिका की वजह से गरमागरम बहस हुई
घुग्घुस.नवनियुक्त थानेदार आसिफ रजा के आने के बाद से, औद्योगिक शहर घुग्घुस में बड़ी संख्या में अवैध कारोबार और कोयले की चोरी देखी गई है। सट्टा, शराब तस्करी, बाल तस्करी और चरस गांजा की खुलेआम बिक्री के अवैध धंधे को बल मिला है।
इसी बीच एक सनसनीखेज मामला सामने आया है कि जिस मेटाडोर की टक्कर में जिस इंजीनियर हसन सिद्दीकी की दुर्दैवी मौत हुई उस मेटाडोर चालक की घुग्घुस पुलिस ने बिना मेडिकल किये महज सूचना पत्र दे कर घटना की शाम को को रिहा कर दिया। माहौल की गर्मागर्मी को देखते हुवे जांच अधिकारी पी एस आई गौरीशंकर आमटे को बदल कर सहायक पुलिस निरीक्षक साखरे के पास दिया गया है।
कहा जा रहा है कि अगर जिला पुलिस अधीक्षक जांच करते हैं तो थानेदार आसिफ रजा सहित पूर्व जांच अधिकारी आमटे को निलंबित किया जा सकता है. घुग्घुस शहर को एक औद्योगिक शहर और मिनी भारत के रूप में जाना जाता है क्योंकि भारत के लगभग सभी राज्यों से लोग यहां काम के लिए आए हैं और यहां बस गए हैं। चूंकि इस शहर के आसपास वेकोली खदान, लॉयड मेटल कंपनी, एसीसी सीमेंट कंपनी और कोल वाशरिज हैं, इसलिए अवैध कारोबारी यहां बड़े पैमाने पर कारोबार करते हैं और इससे सामाजिक माहौल बिगड़ रहा है, लेकिन यह सामाजिक माहौल स्थानीय पुलिस अधिकारियों पर निर्भर करता है, सिवाय यहां आए कुछ थानेदारों ने इस बात का विशेष ध्यान रखा लेकिन जब से आसीफ रजा ने यहां का पदभार संभाला है, तब से चर्चा है कि सभी अवैध कामगारों को छोड़ दिया गया है और इससे जनता में पुलिस के प्रति गुस्सा निर्माण हो गया है. पुलिस ने मेडिकल नहीं तो यह कैसे सिद्ध होगा कि घटना के दिन आरोपी शराब के नशे में था या नही ? हालांकि चर्चा तो यही है की आरोपी शराब के नशे में था। अनेको सवाल से गूंज रहे घुग्घुस वासियों का न्याय प्रणाली पे सवाल उत्पन्न करने लगे है।
बिना मेडिकल के पुलिस किस आधार पर अदालत में चार्जशीट दायर करेगी? इस हादसे के बारे में सोचने पर मजबूर करने वाले कई ऐसे सवाल हैं, जिससे इस मामले में घुग्घुस शहर में भारी असंतोष सुलग रहा है. इस बीच मामले की उच्चस्तरीय जांच कर थानेदार आसिफ रजा व पूर्व जांच अधिकारी आमटे के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की मांग की जा रही है। ‘इस केस की गंभीरता को देखते हुए जांच अधिकारी को बदल दिया गया है तथा मैं खुद इस केस को ध्यान दे रहा हु, पूर्व जांच अधिकारी से जो भी गलतियां हुई है उस पे विभागीय जांच की जाएगी’ उपविभागीय पुलिस अधिकारी सुधीर नंदरवार ने बताया.