2 साल पहले जवानों पर बीजीएल दागा था, 22 जवान हुए थे शहीद : 3 अप्रैल 2021 को बीजापुर जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र के टेकलगुड़ा में हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद और 35 से ज्यादा घायल हुए थे। इन पर 350 से 400 नक्सलियों ने हमला किया था। इनमें माओवादियों के बड़े कैडर्स के लीडर भी मौजूद थे। जवानों पर भारी मात्रा में बीजीएल (बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) दागा गया था। साथ ही डीआरजी, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन के जवानों से हथियार भी लूट कर ले गए थे।
2008 में हुई थी डीआरजी के गठन की शुरूआत : करीब 40 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले बस्तर क्षेत्र के सभी जिलों में नक्सलियों से मुकाबले के लिए डीआरजी के गठन की शुरूआत 2008 में हुई थी। सबसे पहले कांकेर और नारायणपुर जिलों में नक्सल विरोधी अभियान में इसे शामिल किया गया। 2013 में बीजापुर और बस्तर में इसका गठन हुआ। 2014 में सुकमा और कोंडागांव के बाद 2015 में दंतेवाड़ा में यह अस्तित्व में आया।