शहर में दिनोंदिन बढ़ रही ट्रैफिक की समस्या के तुलना में ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों की संख्या नही के बराबर है। जिस वजह से शहर का यातायात बेहद जटिल हो चुका है। शहर के पुराने पेट्रोल पंप,टाउन हॉल, पुराना बस स्टैंड, कच्छी चौक, दिग्रस कृषि उपज बाजार समिति और मानोरा चौक मार्केट परिसर इन सभी प्रमुख चौक चौराहों से सटे रिहायशी इलाकों के नागरिक और राहगीर संकरी गलियों में भारी वाहनों की आवाजाही से बेहद परेशान है। शहर के छत्रपति शिवाजी महाराज चौक परिसर में रास्ते के बीचोबीच भारी वाहनों को रोक कर रास्ता अड़ा कर अक्सर शाम के समय कपास आदि खेती उपज का माल भरने या भारी वाहनों से माल उतारने वाले ढीट व्यापारियों की मनमानी से ट्रैफिक की समस्या उत्प्पन्न हो रही है। मानोरा चौक से छत्रपति शिवाजी महाराज चौक के रास्ते इन वाहनों को संकरी गलियों में प्रवेश कराने के चक्कर मे न सिर्फ ट्रैफिक की समस्या यहां निर्माण होती है बल्कि बड़े वाहनों की वजह से बिजली कनेक्शन, इंटरनेट, डिश टीवी के केबल आदि का टूटना भी लगातार जारी रहता है। इन सारी समस्याओं से ग्रस्त शास्त्री नगर निवासियों और परिसर से गुजरने वाले वाहन सवार और राहगीर संकरी गलियों में भारी वाहनों के आवागमन पर पाबंदी लगा कर राहत दिलाने की मांग स्थानीय प्रशासन से कर रहे है। पूर्व पार्षद के गोदाम से बढ़ी नागरिकों की मुश्किलें!
मानोरा चौक के करीब में स्थित शास्त्री नगरवासी भी भारी वाहनों के यातायात की समस्या से जूझ रहे है। उनके मुताबिक यहाँ की संकरी गली में एक पूर्व नगर सेवक सहित किसी अन्य व्यापारी के कृषि केंद्र व्यवसाय का गोदाम है जहां 16 चक्का,10 चक्का वाले ट्रक जैसे भारी वाहनों से आये दिनों माल उतारा जाता है। जिसके परिणामस्वरूप न सिर्फ यहाँ गली कि सड़क टूट फुट कर पूरी तरह बिखर गई है बल्कि भारी वाहनों के भारी भरकम भार से गलियों में नगर पालिका द्वारा बिछाई गई प्लास्टिक पाइप वाली पाइपलाइन भी अक्सर फूट जाती है जिस वजह से लोगों को पेयजल वितरण में रुकावटों का सामना करना पडता है।