श्री संत गजानन महाराजके 145 वे प्रगट दिवसपर न्यु बोरुजवाडा गजानन महाराज मंदीर मे राष्ट्रीय प्रवचनकार सप्तखंजीरी वादक सत्यपाल महाराज के भव्य प्रवचनका आयोजन संपन्न हुआँ.इस अवसरपर सावनेर, बोरुजवाडा, मानेगाव, मालेगाव,वाघोडा, पंधराखेडी खापा, पारशीवनी आदी गावोसे हजारोकी संख्यामे उपस्थित धर्मप्रेमीयोने इसका लाभ लिया।
इस अवसरपर सप्तखंजीरी वादक प्रवचनकार सत्यपाल महाराज ने अपने प्रबोधन मे समाज मे चल रही बुराईयाँ, कुप्रथा, भु्ण हत्या,अंधविश्वास आदीपर कटाक्ष कर इन सभीसे बचने तथा परिवार तथा गाव को बचाये रखनेकी विनंती की.साथ ही सरकारके प्रधानमंत्री आवास योजना,घरकुल,शौचालय,प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना,हर घर शुद्ध जल आदी योजनाओका लाभ लेकर अपने ग्रामको आदर्श ग्राम बनानेकी संकल्पना के साथ ही राज्य और राष्ट्र के निर्माण छोके गावोसे ही होते है. ग्रामीण तथा ग्रामवासीयोका उत्थान नही होगा तबतक राज्य और राष्ट्रके वीकासकी संकल्पना पुरी नही हो सकती.इधर कीसान आत्महत्या कर रहे है और सरकारे अपनी कुर्सीयाँ बचाने मे लगी है. इसलीये जैसा भी वक्त आये हमे हिंमत नही हारना है.सुख तो दो दीनका मेहमान है लेकीन दुखः हमारा सच्चा साथी है.यही हमे संकटसे उबारने तथा कौन अपना और कौन पराया इसका परीचय करता है।सत्यपाल महाराजने अपने संबोधनमे कहा की पद,प्रतिष्ठा, सत्ता, कुर्सी, सरकार सब बेकर है.इसका कभीभी अभिमान मत करना क्योकी यह क्षणीक है.जैसे समय बदला वैसे सब सुख,संपदा, ऐश्वर्य चला जाता है यह एक भुलभुलैय्या है. अगर इंन्सान बनना है तो संतो व्दारा बताये मार्गपर चलो वही कल्याण है. क्या कभी गजानन महाराज, राष्ट्र संत तुकडोजी महाराज कोई चुनाव लढे,क्या कभी उन्होने भाषण ठोका नही ना…।फीरभी देखो आज उनकी जयंती, पुण्यतिथी हम बडेही उत्साहसे मनाते है.संतोकी संगत और विचार हमे पुर्ण रुपसे मानव बनाने हेतू प्रोत्साहित करते है.इसलीये कभी अभीमान मत करो,जीतना हो सके एक दुसरेका सन्मान करो,एक दुसरेकी मदत करो इसीमे जीवन जीनेका सच्चा सुख है. साथ ही महिलाओसे बिनती की की वे क्रांतीज्योती सावित्रीबाई फुले,आई जीजामाता,राणी लक्ष्मीबाई जैसा दु्ढ संकल्पले की हम अज्ञानता, भु्णहत्या, अंधश्रद्धा जैसे समाज घातक विषयोका पुरजोर वीरोध कर सुसंस्कृत समाज निर्माणमे भागीदार बने। दो दिवसीय इस भव्य आयोजन मे होम हवन,अभिषेक, पुजा पाठ,भजन किर्तन महाप्रसाद वितरण आदी के साथ ही दो दिवसीय रोग निदान शिबीरका आयोजन कीया जीसका सेकडो नागरिकोने लाभ लिया।
आयोजनके सफलतार्थ श्री संत गजानन महाराज देवस्थान न्यु बोरुजवाडा के राजुभाऊ कांबे, विजय ठवरे,विजय गायकवाड, उमेश भोंगाडे, अमित धमदर, डॉ.स्वप्नील कांबे,निलेश भोंगाडे,दादाराव मांडवगडे, सरपंच प्रविण झाडे, मनोज निबांळकर, किशोर डाहट, धनराज निंबाळकर, दिलीप पटेल, अतुल भोंगाडे ,किशोर देशपांडे,श्वेतल झाडे, सुरेश यावलकर,प्रकाश निंबाळकर,चिंतामन झाडे,पारेश्वर निंबाळकर, राम सेनाड आदीने परिश्रम लीया वही दो दीवसीय भव्य रोग निदान शिबीर मे डॉ.स्वप्नील कांबे, डॉ.अमोल पांडे, डॉ.शिवानी कांबे, डाँ.केदार दंडारे,डॉ. स्वप्नील नागरे आदीने सहयोग दिया।