7 फरवरी को सावनेर थानेदार मारुती मुलक को फोन कर सूचना दी कि डब्ल्यूसीएल सावनेर में एक वानर को बिजलीका करंट लग गया है, और वह बेहोश होनेकी खबर मीलतेही उन्होंने तुरंत हितज्योती फाऊंडेशनके समाजसेवी हितेश बंसोड़ को मदद की गुहार की।
जानकारी मीलते ही हितज्योती फाऊंडेशनकी टीम घटनास्थल रवाना होकर घटना की ठीक से जांच करने के बाद एक वानर को बिजली के खंभे से करंट लगनेसे वह सदमे के कारण बेहोश लेटा हुआ पाया। उसे प्राथमिक उपचार हेतू सावनेर लेजाया गया तथा थानेदार मारुती मुलकने उक्त घटनाकी जानकारी तुरंत वन रक्षक पंकज लामसे को देकर बंदर को प्राथमिक उपचार देने के बाद, आगेके उपचार हेतू वन विभागके वन रक्षक पंकज लामसे,बंडु सोनटक्के, चालक पंकज कोल्हेको सौंपकर मानवता का परिचय देते हुये एक मुक प्राणीके प्राण बचाने हेतू तत्परता दिखाई।
एंबुलेंस लोगों को जीवन देने का काम करती है। लेकिन जब हितेश बंसोड़ की एंबुलेंस मुक जानवर की जान बचाने के लिए दौड़ी है, तब से क्षेत्र के नागरिकों ने उसके काम की सराहना की है. उनकी तथा थानेदार की तत्परताकी वजह से घायल वानर को जीवनदान मिला।इस अवसर पर बोलते हुए सामाजिक कार्यकर्ता हितेश बंसोड़ ने कहा कि वन तथा पर्यावरणके रक्षण हेतू जंगली जानवर, पशु पक्षीयोकी भी महत्वपूर्ण भुमिका होती है तथा इनका संरक्षण करणा समय की मांग है। सृष्टि के चक्र को जारी रखने के लिए वन्य जीवों की रक्षा करना आवश्यक है। प्राचीन काल से ही वानर को भगवान का स्थान दिया गया है। तथा आज एक मुक प्राणीके प्राण बचाने के लीये हितज्योती फाऊंडेशन तथा उनकी टीम सदैव तत्पर होने की बात कही।