वर्धा में आयोजित 96 वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. हालांकि संमेलन 3 से 5 फरवरी तक हो रही है, लेकिन वास्तविक शुरुआत बुधवार 1 फरवरी को ही सप्त खंजीरी वादक सत्यपाल महाराज के खंजीरी भजन से होगी. 3 से 5 फरवरी तक गोष्ठी, कथावाचन, आमंत्रितों का काव्य-सभा, परिचर्चा, खुला साक्षात्कार, खुला संवाद, विशेष आयोजन, खुला सम्मेलन जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। लेकिन इस बैठक में पहली बार वास्तविक मिलन शुरू होने के दो दिन पहले साहित्य प्रेमियों को विभिन्न कार्यक्रमों की दावत दी जायेगी।
बुधवार 1 फरवरी को शाम 6.30 बजे मुख्य हॉल में सातवें खंजीरी वादक सत्यपाल महाराज खंजीरी भजन व ज्ञानवर्धक कार्यक्रम करेंगे। यह कार्यक्रम वास्तविक अर्थों में संमेलन की शुरुआत करेगा। पुस्तकालय राज्य और राज्य के बाहर के साहित्य प्रेमियों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है। सम्मेलन के पहले दिन उद्घाटन समारोह के बाद इन हॉल का उद्घाटन किया जाता है। बहरहाल, वर्धा की बैठक में ग्रंथ दल की विशिष्टता को बनाए रखने और पाठकों को पूर्णकालिक उपलब्ध कराने के लिए 2 फरवरी को शाम 4 बजे डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ग्रंथ प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जाएगा।
पुस्तक प्रकाशन के लिए आयोजन स्थल पर 60 बाय 80 फीट का अलग से मंडप बनाया गया है। इसका नाम ग.त्र्यं. माडखोलकर प्रकाशन मंच रखा गया है और पुस्तक प्रदर्शनी के उद्घाटन के बाद 2 फरवरी को इस मंच का उद्घाटन भी किया जाएगा। पुस्तक प्रदर्शनी एवं प्रकाशन मंच का उद्घाटन सम्मेलन के निवर्तमान अध्यक्ष भरत ससाने करेंगे। उसी दिन शाम 6.30 बजे सामूहिक प्रार्थना व खंजीरी भजन भी होगा। प्रकाश महाराज वाघ व भजन भाऊसाहेब थुटे द्वारा सामूहिक प्रार्थना की जाएगी। साहित्य प्रेमियों एवं वर्धाकर नागरिकों से अनुरोध है कि इन सभी कार्यक्रमों का आनंद लें।