ग्राम पंचायत चुनाव की सरगर्मी गल्लौगल्ली की सियासत फिलहाल गांव-गांव में देखने को मिल रही है। सावनेर तालुका की 36 ग्राम पंचायतों के लिए 18 दिसंबर को मतदान हो रहा है। शुक्रवार शाम साढ़े पांच बजे प्रचार की बंदूकें ठंडी पड़ गई हैं और गुपचुप अभियान शुरू हो गया है। चुनाव प्रचार का आखिरी दिन होने के कारण प्रत्याशी सड़कों पर उमड़ रहे हैं।इसी बीच सावनेर तालुका की भानेगांव ग्राम पंचायत के लिए चुनावी जंग जारी है. प्रचार अपने चरम पर पहुंच गया है। हालांकि शुक्रवार शाम 5.30 बजे के बाद जन प्रचार बंद हो गया, लेकिन इसके बाद गुप्त प्रचार का अगला मैचअप शुरू हो गया है। भाई, दादा, अक्का, मुझे वोट पक्का। भानेगांव ग्राम पंचायत चुनाव के लिए स्थानीय पदाधिकारियों के लिए प्रतिष्ठित माना जाता है। ग्राम विकास अघाड़ी पैनल से सरपंच पद के लिए डॉ.मिनाक्षी वासनिक और परिवर्तन पैनल से शालिनी चवरे की दोहरी चुनावी जंग लड़ाई में हैं।हालाकमान यह हैं की आज हुई कांग्रेस पार्टी प्रणित ग्राम विकास आघाड़ी की प्रचार सभा को मतदारों का भारी प्रतिसाद मिलने की तस्वीरें सामने आयी। जिससे डॉ.मिनाक्षी वासनिक प्रतिद्वंदी को भारी पड़ रही।सरपंच पद के चुनाव में सरपंच चुनने के लिए नेताओं ने अपनी ताकत झोंक दी है। ‘भाई, दादा, अक्का, वोट मुझे पक्का’, गुहार जारी है।
*शुक्रवार, शनिवार की रात शत्रुतापूर्ण है!
प्रचार शुक्रवार शाम साढ़े पांच बजे समाप्त हो गया है, और शनिवार को सार्वजनिक प्रचार प्रतिबंधित है। रविवार को वोटिंग है। शुक्रवार की शाम के बाद शनिवार को पूरे दिन और रात में कई घटनाक्रम होने की संभावना है। कई लोगों की नाराजगी को दूर करने के लिए नेताओं की कोशिश जारी है।