आक्टोबर माह का वेतन दिवाली पूर्वी करने का महाराष्ट्र शासनाने आदेश निर्गत किया था। जिस के तहत जिल्हा परिषद प्राथमिक शिक्षक को छोड़ संवर्गिय कर्मचारी, अधिकारी व खाजगी अनुदानित शाला शिक्षक के वेतन दिवाली पूर्वी अदा किया जाए। लेकिन जिल्हा परिषदे के प्राथमिक शिक्षक को वेतन के नाम पर तुटपुंजे अनुदान दिया गया। महाराष्ट्र में 25 जिला परिषद के शिक्षक व सेवानिवृत्त शिक्षक का निवृत्तीवेतन दिवाली पूर्वी नही किया गया। और अब तक शासन ने अक्टूबर माह के वेतन का अनुदान उपलब्ध करके नही दिया गया। महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षक समिती के द्वारा इस बाबत शासन को लगातार मांग की गई, लेकिन शासन स्तर पर कुछ भी हरकत नही की गई। अन्य सभी संवर्गीय अधिकारी, कर्मचारी व खाजगी अनुदानित शाला के शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारीयोको वेतनसह सभी आर्थिक लाभ समय पर दिए गए। सातवे वेतन आयोग की बकाया पहला, दुसरा व तिसरा हप्ता उनके भविष्य निर्वाह निधी खाते में जमा किया गया। लेकिन जिल्हा परिषद के प्राथमिक शिक्षक को मात्र दुसरा व तिसरा हप्ता भी अभी तक नही दिया गया। प्राथमिक शिक्षक के संबंध में शासन का सौतेला व्यवहार होने की भावना महाराष्ट्र राज्य शिक्षक समिती की बनी है। प्राथमिक शिक्षक में इस कारण तीव्र संताप भी होने लगा है। शासन हमेशा जिल्हा परिषद के प्राथमिक शिक्षक के वेतन के बाबत दुजाभाव करता है। इसके निषेध स्वरूप महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षक समिती 9 नवंबर 2022 को कार्यालयीन समय पर काली रिबन लगाकर शालेय कामकाज कर रहे है। महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षक समितीने सभी जिल्हा परिषद के प्राथमिक शिक्षक को कार्यालयीन समय में अपअपने स्कूल में काली फीत लगाकर कामकाज करने का आवाहन विजय कोंबे, नरेंद्र गाडेकर, रामदास खेकारे, मनीष ठाकरे, अजय काकडे, प्रदीप तपासे, अतुल उडदे, शेखर ठाकरे, सुनील भोकरे, विनोद सोनोने, सुधीर सगणे, शितल बालसराफ, संतोष डंभारे, सुधीर ताटेवर, प्रशांत निंभोरकर व समिती परिवार के सभी पदाधिकारी यो ने किया है। राज्य के 25 जिला परिषद शिक्षक व सेवानिवृत्त शिक्षको का निवृत्तीवेतन दिवाली पूर्व हुआ नही और अभी तक शासन ने अक्टूबर माह के वेतन के लिए अनुदान उपलब्ध करके नही दिया।