इस वर्ष तहसील परिसर में हुई अतिवृष्टि का असर कपास की फसल को सर्वाधिक पहुंचा. नतीजन पौधो की बढ़ोतरी थम गई. सितंबर माह के अंतिम सप्ताह बाद धुप खिलते ही फसल अपनी रंगत मे लौट आई. किसानो ने जैसेतैसे जतन कर पहली फसल को बजार तक पहुंचाई. आज स्थानीय कृषि उपज बाजार मंडी में कपास खरीदी का शुभारम्भ किया गया. पहले दिन किसानो को रु 9101 प्रति क्वि. का दाम किसानो को मिला. वैसे परिसर मे अभीतक फसल पूरी तरह तैयार नहीं हुई है. आज करीब 50 क्वि की आवक होने का अनुमान मंडी सचिव रामकृष्ण गोंगल ने व्यक्त किया.
इस अवसर पर व्यापारियों में युनिक ट्रेडर्स, सालासर ट्रेडिंग कम्पनी, सोमानी, एसके कॉटन के सादिक शेख आढ़तियों मे गुलाब घोडेस्वार, विनोद अग्रवाल, विजय लांजेवार के साथ कृषि मंडी सचिव रामकृष्ण गोंगल, निरीक्षक विजय चौधरी आदि उपस्थित रहे. हरवर्ष दशहरे तक खरीदी आरम्भ हो जाती है. मात्र रिटर्न मानसून की वजह प्रक्रिया में देरी हुई. बीते वर्ष कपास को सर्वाधिक दाम रु 10400 प्रति क्वी मिला था. तथा कुल आवक 35 हजार क्वि हुई थी.