होमगार्ड एसोसिएशन, जो 1946 से महाराष्ट्र राज्य में सेवा दे रहा है, 76 साल बाद भी अपनी दुर्दशा के आंसू बहा रहा है। आज भी होमगार्ड हर संकट में अपनी ड्यूटी कर रहे हैं, आपदाओं, कानून-व्यवस्था, मार्च, आंदोलन, धार्मिक त्योहारों में पुलिसकर्मी कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहते हैं, लेकिन आज भी प्रदेश में उनके साथ अन्याय हो रहा है। उन्हें साल में 30 से 40 दिन का काम दिया जा रहा है और सैलरी नाममात्र की है। महाराष्ट्र राज्य में होमगार्ड के ज्वलंत मुद्दे पर विधायक डॉ. परिणय फुके एक बार फिर आगे आए हैं। विधायक फुके ने राज्य की जनकल्याणकारी शिंदे-फडणवीस सरकार को पत्र लिखकर होमगार्डों को 365 दिन का काम देकर नियमित करने की मांग की है। विधायक डॉ. परिणय फुके ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को लिखे पत्र में कहा है कि केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार होमगार्डों को महाराष्ट्र के अलावा अन्य राज्यों में नियमित सेवा का अवसर दिया जा रहा है। पिछले पांच साल में फडणवीस सरकार ने होमगार्डों की माली हालत और उनके काम को देखते हुए उन्हें प्रदेश में 180 दिन का काम देकर लागू किया। हालांकि पांच साल बाद धोखा देकर सत्ता में आई महा विकास अघाड़ी सरकार ने होमगार्डों के साथ नाइंसाफी करने और 180 दिन तक काम रोकने का पाप किया। आज होमगार्ड के परिवार की माली हालत खस्ता है। राज्य में 55,000 से अधिक होमगार्ड सरकार से नियमितीकरण और वेतन वृद्धि का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से उचित कदम उठाने और होमगार्डों को न्याय दिलाने की मांग की है।