भंडारा जिले में ये देवता दुर्लभ हैं। भंडारा जिले में भाजपा विधायक थे जब महाराष्ट्र में कुछ भी नहीं था। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि जिले का हर कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ की हड्डी है और भविष्य में संगठन को मजबूत करने में सभी का योगदान अहम होगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार जिले का दौरा करने वाले चंद्रशेखर बावनकुले ने आज जिले में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया। भाजपा पदाधिकारियों की बैठक में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और भंडारा जिले के बीच संबंधों का खुलासा किया। जातिगत विभाजन को दरकिनार कर काम करने वाला भाजपा कार्यकर्ता अपनी उपलब्धियों के साथ पार्टी में पलता-बढ़ता है। मेरे जैसा साधारण किसान का बेटा प्रदेश अध्यक्ष पद तक पहुंच सकता है, यह भाजपा की समावेशिता का प्रमाण है। पार्टी में कोई नहीं है। बावनकुले ने यह भी कहा कि यहां एक नेता अपने कर्तव्य से बनता है। आम कार्यकर्ताओं की पार्टी बूथ संगठन से लेकर कार्यकर्ताओं को सब कुछ सिखाती है। कार्यकर्ता पार्टी की मजबूत रीढ़ है। उन्होंने प्रत्येक कार्यकर्ता का आह्वान किया कि वह बूथ को मजबूत करने के प्रयास करें और आने वाले दिनों में होने वाले हर चुनाव को जीतने की ईर्ष्या के साथ मैदान में उतरें क्योंकि बूथ सक्षम होने पर मजबूत खड़ा हो सकता है। सांसद सुनील मेंढे ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि जिले में बूथ सशक्तिकरण का कार्यक्रम लागू किया गया है और कहा कि एक मजबूत संगठनात्मक जिला बनाया गया है। उन्होंने कहा कि शिव पखवाड़े के अवसर पर दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए लगाया गया शिविर जनोपयोगी बन गया है और इस अवसर पर केंद्र सरकार की योजनाएं जरूरतमंदों तक पहुंची हैं। इसका उद्घाटन जिलाध्यक्ष शिवराम गिरीपुंजे ने किया। इस बार प्लेटफार्म पर डॉ. उपेंद्रजी कोठेकर, डॉ. परिणय फुके, शिवरामजी गिरीपुंजे, संजय भेंडे, बाला अंजनकर, विजय चौधरी – जिला ध्यक्ष नंदुरबार, शिशुपाल पटले, राजेश काशीवार, रामचंद्र अवसरे, डॉ. हेमकृष्ण कापगते, हेमंतजी देशमुख, चैतन्य उमालकर, प्रशांतजी खोब्रागडे, प्रदीप पडोले, रेखा भाजीपाले, इंद्रायणी कापगते, प्रकाशजी बालबुद्धे, नेपाल रंगारी, आबिदजी सिद्दिकी, राजेश बांते, डॉ. उल्हास फडके, श्यामजी झिंगरे, संजय कुंभलकर, संतोष त्रिवेदी, तिलक वैद्य, रचना गहाने, विनोद बांते, मयूर बीसेन, विकासजी मदनकर, महेंद्र निबार्ते अन्य उपस्थित थे।