इस्लाम के संस्थापक मोहम्मद पैगंबर (र.अ.) के योमे पैदायशी दिन, ईद-ए-मिलाद का जश्न हर साल की तरह इस मर्तबा भी बड़े जोश और खुशी के साथ मनाया गया. एक दिन पहले से ही इबादत का दौर शुरु हुआ. मस्जिद परीसर के साथ घरो को रंगीन रौशनी से सजाया गया. मदीना मस्जिद से से बच्चे, नौजवान, बुजुर्ग रैली में शामिल होकर ‘नारा-ए-तकबीर’ और ‘सरकार की आमद मरहबा’ नारो के साथ बाबा लालशाह वली के दरबार तक गए. वंहा फातेहा खानी के बाद जुलुस खत्म कर दिया गया. तथा शाम को सभी के लिए लंगर का आयोजन किया गया
मदीना मस्जिद के इमाम महफुज सा. की अगुवाई मे कमेटी सदर नियाजभाई, शोएब कुरैशी, तौफीक पटेल, यूनुस शेख, शकील शेख, इक़बाल खान, शाहीद पटेल, अवेश पटेल, इमरान पटेल, यासीन कच्ची, अमिन कच्ची, जहीर भाई व तमाम मुस्लिम भाइयो का महत्वपूर्ण सहयोग रहा.