जिला अध्यक्ष धनपाल गढ़पायले की अध्यक्षता में लाखांदूर के संग्रामे सभागार में लाखांदूर में वंचित बहुजन आघाड़ी शाखा में बैठक हुई, जबकि महासचिव दिलीप वानखेड़े मुख्य अतिथि थे। जिला संघटक तौर पर डी जी रंगारी, सल्लागार चरणदास मेश्राम , उपाध्यक्ष डॉ जीवनतारे, अजय रामटेके, जिला सचिव अमित वैद्य, यादवराव गणवीर व इतर मान्यवर याप्रसंगी उपस्थित थे। इस समय जिल्हाध्यक्ष धनपाल गडपायले उन्होंने कहा कि वंचित बहुजन मोर्चा बालासाहेब आंबेडकर द्वारा गठित पार्टी है और वंचितों को न्याय नहीं देने वाले वंचितों को न्याय दिलाने के लिए सत्ता पाने के लिए इस पार्टी में ऐसी पार्टी का गठन किया गया है। जिला अध्यक्ष धनपाल गढ़पायले ने कहा कि सभी वंचितों को बालासाहेब अंबेडकर के नेतृत्व वाले वंचित बहुजन मोर्चा में शामिल होना चाहिए और अन्य सभी वंचित जो सत्ता से दूर हैं, उन्हें वंचित बहुजन मोर्चा में शामिल होना चाहिए और अपने लिए न्याय मिलना चाहिए। इसी तरह चरण दास मेश्राम ने वंचितों को अब तक न्याय दिलाया है जो कि वंचित बहुजन मोर्चा है, अकोला में वह 25 साल से जिला परिषद और पंचायत समिति में सत्ता में हैं और उनके सामने इस बात की कोशिश की जा रही है कि महाराष्ट्र में वंचित बहुजन मोर्चा फिर से कैसे सत्ता में आएगा। डी. जी. रंगारी वे वंचित बहुजन अघाड़ी से भी हैं जो पूरे महाराष्ट्र में भ्रमण पर जा रहे हैं और उनके कार्यकर्ता न्याय पाने के लिए वंचितों को समायोजित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। गांव पांच बार नाखून स्तर पर उन तक पहुंच रहा है और संगठन को मजबूत कर रहा है और ऐसा करने की आवश्यकता है। इस बैठक में डीजी रंगारी ने सभी कार्यकर्ताओं से अपील नहीं की कि वे वंचितों को साथ लेकर चलें और सबको साथ लेकर वंचितों को न्याय दिलाकर पार्टी को मजबूत करें। दिलीप वानखेड़े ने भी कार्यक्रम स्थल पर अपनी बात रखी। इस अवसर पर उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों ने विचार व्यक्त किया कि चूंकि वंचित बहुजन मोर्चा वंचित लोगों को सत्ता में लाने के लिए और उनके लिए काम कर रहा है, इसलिए वंचितों को न्याय दिलाने के लिए सभी वंचितों के साथ लड़ने के लिए संगठन को बढ़ाना आवश्यक है। इस समय जिल्हा परिषद सदस्य प्रभाकर मेश्राम, मोदकराज रामटेके, गवरे सर तालुका अध्यक्ष युवराज सुखदेव, प्रामुख रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन स्वप्निल बनसोडे ने किया।