मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व की शिवसेना भले ही राज्य में विस्तार कर कर रही है, लेकिन जिले में उसके संगठन कार्यको गति नहीं मिल पाई है। स्थिति यह है कि कार्यकर्ताओं से संवाद के लिए शिंदे सेना का शहर में कार्यालय भी नहीं पाया है। हालांकि शहर जिले को कार्यकारिणी का जल्द गठन करने का दावा किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि नवरात्रि में मुख्यमंत्री शिंदे नागपुर के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान ये संगठन कार्य के लिए ठोस कार्य योजना पर चर्चा करेंगे। फिलहाल जिले में 3 प्रमुख नेता शिंदे सेना में हैं। रामटेक के लोकसभा सदस्य कृपाल तुमाने, विधायक आशीष जैस्वाल व दक्षिण नागपुर से विधानसभा चुनाव लड़ चुके किरण पांडव शिंदे सेना को विस्तार देने का प्रयास कर रहे हैं।जिले में संगठन की जिम्मेदारी संदीप इटकेलवार को दी गई है। शहर में मंगेश काशीकर और सूरज गोगे संगठन कार्य संभाल रहे है। शिंदे सेना के पदाधिकारी भी ह रहे हैं कि इस सप्ताह से पदाधिकारियो के चयन की प्रकिया को गति मिलेगी। कार्यकर्ताओं को शिवेसेन की ओर से ऐसे कार्यकर्ताओं दिया जाएग को चित करने का प्रयास किया जा रहा है, जो मन चुनाव लड़ने के इच्छुक हो और भाजपा व ि उद्धव गुट के लिए कार्य कर रहे हो। नागपुर विभाग के सभी जिलों में युवा सक्रिय राजनीतिक कार्यकर्ताओं की तलाश की जा रही है।शिवसेना के पुनर्गठन की प्रक्रिया चल रही है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के मार्गदर्शन में नए-पुराने कार्यकर्ताओं से चर्चा की वाधिकारियो जा रही है। स्थिति अनुरूप गति मिलेगी। कार्यकर्ताओं को दायित्व कार्यकर्ताओं दिया व नगर किया परिषद चुनावों को ध्यान में स्थाकर जल्द ही धरिष्ठ शिवसेना नेतागण संगठन का विस्तार कर रहे हो। कराएंगे।