जहा एक ओर देश में जाती, धर्म, संप्रदायके बीज बोये जारहे है वही शहरके चिचपुरा स्थीत नवयुवक गणेश मंडल पीछले आठ दशको से यह सभ भुलाकर हिंदू मुस्लिम भाई एकसाथ भगवान श्री गणेश की स्थापना कर विधीवत पुजा अर्चना कर मानवताकी एक मीसाल पेश करते आरही है। गणेशोत्सव के दरम्यान एक ओर पाच वक्त की नमाज के साथ ही भगवान श्रीगणेश की आरती, अभिषेक, भजन पुजन इस आयोजन की असली पहचान है। शहर के चिचपुरा वार्ड क्र.9 में स्थीत शाही मश्जीद के मुख्यव्दार से सटकर नवयुवक गणेश मंडल का भव्य पंडाल तथा उसमे भगवान श्री गणेश की स्थापना से लेकर तो विसर्जन तक हिंदू मुस्लिम भाई एक होकर इस उत्सवको महा-उत्सव में तब्दील कर बडे ही श्रध्दासे मनाते है.ना कीसे आजन का शोर सुनाई देता है। ना कीसीको आरतीकी गुंज सब लोग “हम साथ साथ है” की तर्जपर भगवान श्रीगणेश की आराधनामे लीन हो जाते है।नवयुवक गणेश उत्सव मंडल समीतीमे मुस्लिम भाई भी शामील होकर इस आयोजनमे चार चांद लगा देते है। कभी नमाज पहले तो कभी आरती यही इस उत्सवकी खासीयत है। इस वर्ष भी बरसो से चली आ रही इस प्रथाके नवयुवक गणेश मंडल बखुबी नीभा रहा है. कोरोना कालके दो वर्षो बाद फीर एकबार गणेशोत्सव बडीही धुमधामसे मनाया जारहा है। वही महाप्रसाद वितरणमे मुस्लिम भाईयोकी तरफसे लड्डू वितरित कीये जाते है। इस समुहीक गणेशोत्सव को सफल बनाने हेतू सादिकभाई शेख, रफीक शाह, हफीज शाह,महबुब शाह,सत्तार शाह, पुर्व नगरसेवक लक्ष्मीकांत दिवटे, विलास अनंतवार,सादिक शाह, शाबीर शाह,प्रमोद पारधी, सुरेश चरपे,विजय शिंदे,प्रशांत गीरी, रोशन नाईक,आकाश चरपे,आकाश अनंतवार, ओमप्रकाश भारती, प्रज्वल सातपुते,गोलु शाह,दिगांबर वाडोदे, धिरज चरपे, नैतिक भोयर,चेतन चरपे,जय चरपे,दर्शन नाईक,आदीत परिमल,देवेंद्र गीरी,मीठी गीरी,रवी गायधने,गुंडू पारधी आदी परिश्रम लेरहे है।