घरकुल योजना विभाग में कार्यरत अस्थाई (कॉन्ट्रैक्ट) तौर पर कार्य करने वाली महिला कर्मी से प्रलंबित वेतन बिल पास करने के लिए पांच हजार की मांग. पंस भिवापुर की महिला बीडीओ एंटी करप्शन द्वारा रंगे हाथ गिरफ्त में. घटना आज दोपहर पंस कार्यालय में घटित हुई. एक महीने के अंतराल में एसीबी द्वारा दूसरी घटना को अंजाम दिया गया है. जिसमें सालेशहरी-सालेभट्टी सरपंच ने घरकुल योजना का लाभ दिलाने सात हजार की मांग की थी. यह ट्रेप भी पंस कार्यालय परिसर में ही किया गया था. जानकारी के मुताबिक स्वाती धनविजय नामक महिला कर्मी घरकुल योजना विभाग में बतौर अस्थाई रूपमे कार्यरत है. बीते छह माह से वेतन प्राप्त नहीं होने वह तंगहाली का सामना कर रही थी. प्रलंबित वेतन बिल पास कराने की बीडीओ अनीता तेलंग से बारबार मिन्नते करने पर भी हस्ताक्षर करने में टालमटोल कर पांच हजार की रिश्वत की मांग कर दी. अधिक जानकारी अनुसार, स्वाति के साथ ही अभिषेक जाम्भुलकर नामक युवक भी कार्यरत था. मात्र वेतन की लेटलतीफी से तंग आकर उसने अप्रेल माह से काम छोड़ दिया. आखिर प्रलंबित वेतन की राशि 1 लाख 1403 के बिल पर बीडिओ द्वारा मांगी गई पांच हजार की रिश्वत कबूल कर स्वाति ने सोमवार पांच सितंबर को एसीबी कार्यालय नागपुर से शिकायत दर्ज कर दी. शिकायत के मुताबिक आज दोपहर एसीबी अधिकारी अनामिका मिर्जापुर ने अपनी टीम के साथ जाल बिछाकर बीडीओ अनीता तेलंग को रंगे हाथो पकड़ लिया