हर साल 21 जून को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) बड़े उत्साह और सम्मान के साथ मनाया जाता है। यह सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि योग की प्राचीन परंपरा और उसके वैश्विक महत्व को स्वीकार करने का अवसर है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह दिन कैसे शुरू हुआ और इसका इतना महत्व क्यों है? आइए जानें इस खास दिन के इतिहास, उद्देश्य और योग से जुड़ी प्रेरणा के बारे में।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का इतिहास
🔹 शुरुआत कैसे हुई?
- साल 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने एक प्रस्ताव रखा कि योग के लाभों को देखते हुए एक अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया जाना चाहिए।
- उन्होंने कहा:
“योग सिर्फ व्यायाम नहीं है, बल्कि यह आत्मा और ब्रह्मांड के बीच एकता की भावना को महसूस करने का माध्यम है।”
🔹 ऐतिहासिक समर्थन:
- यह प्रस्ताव केवल 90 दिनों के भीतर पास हो गया – जो UN के इतिहास में सबसे तेज़ी से स्वीकार किए गए प्रस्तावों में से एक था।
- 193 देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया।
🔹 पहला योग दिवस:
- 21 जून 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।
- नई दिल्ली में पीएम मोदी के नेतृत्व में 35,000 से अधिक लोगों ने एक साथ योग कर विश्व रिकॉर्ड बनाया।
21 जून को ही क्यों चुना गया?
- 21 जून को वर्ष का सबसे लंबा दिन (Summer Solstice) होता है।
- यह दिन आंतरिक ऊर्जा और प्रकृति के साथ संतुलन का प्रतीक माना जाता है।
- योग में यह दिन आध्यात्मिक जागृति और बदलाव के लिए बेहद शुभ माना गया है।
इस दिन का उद्देश्य क्या है?
- योग के प्रति जागरूकता बढ़ाना
- मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करना
- संपूर्ण जीवन शैली में संतुलन लाना
- प्राचीन भारतीय ज्ञान को विश्वभर में फैलाना
योग दिवस के लाभ
- लोगों को तनाव, चिंता और डिप्रेशन से राहत मिलती है
- फिटनेस और रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- पारिवारिक और सामाजिक जुड़ाव मजबूत होता है
- पूरी दुनिया को एकता और शांति का संदेश मिलता है
हर साल की थीम
हर साल योग दिवस की एक विशेष थीम होती है। जैसे:
- 2022 – “Yoga for Humanity”
- 2023 – “Yoga for Vasudhaiva Kutumbakam” (विश्व एक परिवार है)
- 2024 – (Note: User may update from latest)
आप कैसे मना सकते हैं योग दिवस?
- सुबह योगाभ्यास करके
- ऑनलाइन योग वर्कशॉप में भाग लेकर
- अपने परिवार, दोस्तों को योग के लिए प्रेरित करके
- सोशल मीडिया पर योग से जुड़ी फोटो या अनुभव शेयर करके
निष्कर्ष
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सिर्फ एक समारोह नहीं, बल्कि एक आत्मिक यात्रा की शुरुआत है। यह हमें याद दिलाता है कि भौतिक विकास के साथ-साथ मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य भी जरूरी है।
तो इस 21 जून, खुद से एक वादा करें –
हर दिन कुछ समय योग को दें, और जीवन में सुकून पाएँ।