नागपुर। कोरोना महामारी के कारण करीब 2 वर्षों तक प्रतिबंधों में चले लोगों के लिए सबसे राहत की बात थी कि रेलवे ने 90 प्रतिशत से अधिक ट्रेनों का नियमित परिचालन शुरू करने की घोषणा की लेकिन पिछले 3 महीनों से मध्य रेल और दक्षिण-पूर्व मध्य रेल जोन के तहत विभिन्न कारणों से ट्रेनों को रद्द करने का सिलसिला शुरू है. इससे पीक सीजन में हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. गर्मियों की छुट्टियों रेलवे के उपभोक्ता के तौर पर यात्रियों की संख्या वर्ष के चरम पर होती है. ऐसे में लगातार कई ट्रेनों के रद्द होने से कितने यात्री परेशान हो रहे हैं, इसका अंदाजा लगाना अधिक कठिन नहीं है.
तीसरी बार 34 से ज्यादा ट्रेनें रद्द
दक्षिण-पूर्व-मध्य रेल के तहत तीसरी बार 34 से ज्यादा ट्रेनों को 9 जुलाई तक रद्द कर दिया गया है. पहले 23 अप्रैल से 24 मई तक इन्हें रद्द किया गया था. फिर इसे 25 मई से बढ़ाकर 24 जून कर दिया गया. अब 25 जून से 9 जुलाई की नई तारीख दी गई हैं. खास बात है कि इनमें अधिकांश ट्रेनें नागपुर से गुजरने वाली है. इससे हर दिन 25,000 से ज्यादा यात्रियों का आवाजाही हैंडल करने वाले नागपुर स्टेशन से सैकड़ों यात्री हर दिन प्रभावित हो रहे हैं.