
अंडरवर्ल्ड से राजनीति तक का सफर तय करने वाले पूर्व विधायक अरुण गवली को आखिरकार 18 साल बाद जेल से रिहाई मिल गई। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मंजूर होने के बाद बुधवार को उन्हें नागपुर सेंट्रल जेल से बाहर निकाला गया। रिहाई के समय जेल परिसर और आसपास भारी पुलिस बल व एटीएस तैनात रही।
जेल से बाहर आने के तुरंत बाद गवली सीधे नागपुर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से वह मुंबई रवाना हुए। इस दौरान उनके परिजन और करीबी भी साथ मौजूद थे। एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में मीडिया मौजूद रहा।
गौरतलब है कि गवली को 2012 में शिवसेना पार्षद कमलाकर जमसांदेकर की हत्या के मामले में दोषी करार दिया गया था और उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद से वह नागपुर की सेंट्रल जेल में बंद थे।
राजनीति में भी गवली सक्रिय रहे और 2004 में मुंबई से विधायक चुने गए थे। उनकी रिहाई अब कानूनी मुद्दों के साथ-साथ राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बन गई है। सुरक्षा एजेंसियां अभी भी उनकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।