नागपुर। (नामेस)। राज्य के वर्ष 2022 की बजट में विदर्भ को भले ही कुछ खास न मिल पाया हो, मगर नागपुर से मुंबई के बीच बनने वाले समृद्धि महामार्ग को भंडारा, गोंदिया और गढ़चिरोली तक विस्तार देने की घोषणा से इन इलाकों में विकास के द्वार खुल जाएंगे। इससे पूर्व विदर्भ के तीन जिलों में विकास को गति मिलेगी। वित्त मंत्री अजित पवार द्वारा शुक्रवार को विधानसभा में पेश बजट में कहा गया है कि शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे समृद्धि महामार्ग का 77 फीसदी काम पूरा हो गया है. आगे चलकर इस महामार्ग का विस्तार कर इसे नागपुर से भंडारा-गोंदिया और नागपुर से गढ़चिरोली तक ले जाया जाएगा। इस महामार्ग के चलते पूर्व विदर्भ के दो जिले मुंबई-पुणे से सीधे जुड़ जाएंगे. इससे भंडारा जिले के चावल और सब्जी-भाजी को एक बड़ा बाजार उपलब्ध हो जाएगा। इसके अलावा बरसों से लंबित गोसीखुर्द परियोजना के लिए 853 करोड़ के आवंटन की घोषणा की गई है। गोसीखुर्द में एक्वा पर्यटन की घोषणा भी की गई है। नागपुर में स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित स्थलों का हेरिटेज वॉक बनाने, चंद्रपुर में टाइगर सफारी की घोषणा भी बजट में की गई है। अलावा इसके बजट में कपास और सोयाबीन के लिए 1000 करोड़ की एक विशेष कार्ययोजना का ऐलान किया गया है, जिससे विदर्भ और मराठवाड़ा के किसानों को लाभ होगा। इसके अलावा गढ़चिरोली में माड़िया भवन बनाने, गढ़चिरोली के 5000 विद्यार्थियों के लिए प्रति वर्ष कौशल्य वर्धन हेतु 30 करोड़ रुपए देने, गढ़चिरोली में नया विमानतल बनाने, अमरावती के विमानतल को उन्नत करने, देशी गायों की पैदावार बढ़ाने के लिए विदर्भ में तीन मोबाइल प्रयोगशालाएं स्थापित करने, यवतमाल, बुलढाणा, वर्धा, भंडारा में 100-100 बेड के महिला अस्पतालों की स्थापना करने और अमरावती जिले के पोहरा में बकरी समूह क्षमता में वृद्धि का निर्णय भी लिया गया है।