नागपुर. महिलाओं में प्रबंधन और नेतृत्व की बड़ी शक्ति होती है. धैर्य उनका सबसे बड़ा गुण है. लेकिन अगर कोई इसका फायदा उठा रहा हैं तो चुप न रहें. काम पर या घर पर, कहीं भी किसी भी प्रकार का शारीरिक, मानसिक या मौखिक उत्पीड़न बर्दाश्त न करें. नागपुर स्मार्ट एंड सस्टेनेबल सिटी डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड की मुख्य प्रशासनिक अधिकारी भुवनेश्वरी एस. ने कहा कि अपने करीबी महिलाओं को इसे बर्दाश्त न करने दें. एक-दूसरे का सहयोग करके उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाएं. भुवनेश्वरी एस. महिला दिवस के अवसर पर नागपुर नगर निगम के सामाजिक विकास विभाग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रही थीं. इस अवसर पर निगम सचिव डॉ.रंजना लाडे, रंजना राम जोशी, शिकायत निवारण समिति की अध्यक्ष एड.स्मिता सिंगलकर, देवयानी दीनकर उमरेडकर, महिला शिकायत निवारण समिति की सचिव कल्पना मेश्राम आदि उपस्थित थे. इस अवसर पर स्मार्ट सिटी के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी भुवनेश्वरी एस. तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया. सामाजिक कार्यकर्ता मीनुश्री रावत, गायिका और लेखिका डॉ.स्वाति धर्माधिकारी, फ्लोर आर्टिस्ट, स्वाति खंडेलवाल गडेवार, दिव्यांग खिलाड़ी रोशनी रिंकी, दिव्यांग पावर लिफ्टिंग खिलाड़ी प्रतिमा बोंडे और नवलाई शहर स्तरीय संगठन की महिलाओं का शाल, नारियल, प्रतीक चिन्ह और तुलसी का पौधा देकर सम्मानित किया गया. इस समय शिकायत निवारण समिति कीअध्यक्ष एड. स्मिता सिंघलकर ने महिलाओं को विभिन्न प्रकार के अत्याचारों से अवगत कराया और उन्हें कानूनों से अवगत कराया.
कई चुनौतियों का सामना करती है
साल के हर दिन हर महिला कई चुनौतियों का सामना करती है और उनसे निकलने का रास्ता खोजती है. रंजना राम जोशी ने कहा कि जो महिलाएं रोजाना संघर्ष कर रही हैं उनके लिए साल में 365 दिन महिला दिवस से बड़े होते हैं. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि यदि आप गृहिणियों, अपने आसपास की मेहनती महिलाओं को सहयोग और सशक्त बनाकर सशक्त बनाते हैं, तो महिला दिवस का औचित्य एक आशीर्वाद होगा.