नई दिल्ली. यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. एक वकील ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों का मसला सुप्रीम कोर्ट में रखा है और जल्द से जल्द भारतीय छात्रों की निकासी की मांग की है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इसपर सुनवाई से इनकार कर दिया. यूक्रेन में रूसी ने सेना खतरनाक तरीके से तबाही मचा रखी है. ऐसे में वहां फंसे अन्य देशों के नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है. अब इस मामले को भारत में भी गंभीरता से लिया जा रहा है. इसी मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए एक वकील ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों का मसला सुप्रीम कोर्ट में रखा है. वहीं इस याचिका पर जवाब देते हुए सीजेआई एन.वी. रमना ने कहा कि हमें छात्रों से हमदर्दी है लेकिन कोर्ट इसमें कुछ नहीं कर सकता. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम पुतिन को युद्ध रोकने का आदेश नहीं दे सकते हैं. यह हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है. सरकार जरूरी कदम उठा रही है. हम अटॉर्नी जनरल से पूछेंगे कि इस मामले मेंं और क्या किया जा सकता है? सुप्रीम कोर्ट ने अटॉर्नी जनरल के.के. वेणुगोपाल से रोमानिया की सीमा के पास यूक्रेन में फंसे कुछ भारतीय छात्रों को निकालने में मदद करने के लिए कहा. प्रधान न्यायाधीश एन.वी. रमण, न्यायमूर्ति ए.एस. बोपन्ना और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने एक वकील की उन अर्जियों पर गौर किया, जिसमें कहा गया था कि रोमानिया की सीमा पर जमा देने वाली ठंड के बीच बड़ी संख्या में छात्र फंसे हैं और सरकार रोमानिया से उड़ानें संचालित नहीं कर रही है.
सरकार से ठोस कदम उठाने के लिए कहा
सुप्रीम कोर्ट ने अटॉर्नी जनरल से कहा कि रोमानिया में फंसे छात्रों को निकालने के लिए कुछ ठोस कदम उठाए. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने याचिका की प्रति के साथ विशेष दूत को अटॉर्नी जनरल के दफ्तर भेज दिया.
798 भारतीय स्वदेश लौटे
भारतीय वायु सेना ने बताया कि उसके चार विमान यूक्रेन में फंसे 798 भारतीयों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट, हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट और पोलैंड के शहर ज़ेज़ से लेकर गुरुवार को हिंडन वायु सैनिक अड्डे पहुंचे. भारतीय वायु सेना का पहला विमान बुखारेस्ट से 200 यात्रियों को लेकर बुधवार देर रात करीब डेढ़ बजे हिंडन वायुसैनिक अड्डे पहुंचा. दूसरा विमान बुडापेस्ट से 210 भारतीयों को लेकर गुरुवार सुबह हिंडन वायु सैनिक अड्डे पर उतारा. इसके थोड़ी देर बाद ही, तीसरा विमान 208 नागरिकों के साथ जीजा से यहां पहुंचा.