नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने महात्मा गांधी के प्रिय रहे भजनों में से एक ‘अबाइड विथ मी’ को इस साल से ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह से हटाने का फैसला किया है. सरकार के इस फैसले से कई विपक्षी नेताओं में नाराजगी है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने सरकार के इस कदम पर आपत्ति जताई है. उन्होंने बीटिंग रिट्रीट समारोह से महात्मा गांधी की पसंदीदा धुन हटाए जाने पर कहा, ‘यह विचारशील और संवेदनशील लोगों को आहत करता है.’ दरअसल, ‘अबाइड विथ मी’ की रचना स्कॉटिश एंजलिकन कवि और भजन ज्ञानी हेनरी फ्रांसिस लाइट ने सन 1847 में की थी और साल 1950 से ही यह ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह का हिस्सा है. भारतीय सेना ने शनिवार को घोषणा की कि इस साल से समारोह में इसे शामिल नहीं किया जाएगा. सूत्रों ने बताया कि केंद्र चाहता था कि अधिकतर भारतीय धुनों को समारोह में शामिल किया जाए, जिसके कारण यह फैसला किया गया कि 29 जनवरी को आयोजित होने वाले समारोह में केवल भारतीय मूल के धुनों को ही बजाया जाएगा. चिदंबरम ने कहा, ‘जब हम 1950 में एक गणतंत्र बने. तब से गणतंत्र दिवस समारोह के अंतिम दिन बीटिंग द रिट्रीट समारोह की समाप्ति हमेशा ‘अबाइड विद मी’ की धुन पर मार्च के साथ हुई. यह बहुत दुख की बात है कि एक पुराना ईसाई भजन, बल्कि एक धर्मनिरपेक्ष भजन को गणतंत्र दिवस परेड से हटा दिया गया है.
अब सुनाई देगी ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ की धुन
सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार ने साल 2020 में भी ‘अबाइड विथ मी’ को समारोह से हटाने का फैसला किया था लेकिन बाद में विवाद होने पर इस फैसले को रहने दिया गया. उन्होंने बताया कि इस साल के समारोह के लिए लोकप्रिय देशभक्ति गीत ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ को लिया गया है जिसकी रचना कवि प्रदीप ने साल 1962 के भारत-चीन युद्ध में भारतीय जवानों द्वारा दी गई शहादत को याद करने के लिए की थी.