औरंगाबाद (संभाजीनगर) के युवा सहयोगी दत्ता भोकरे ने आरक्षण की हताशा से आत्महत्या करने की कोशिश की।उसने जो कदम उठाया वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, सौभाग्य से वह इसे बचाने में कामयाब रहा।दत्ता इस समय अच्छे स्वास्थ्य और उपचार के दौर से गुजर रहे हैं।ऐसी जानकारी मराठा आरक्षण के याचिकाकर्ता विनोद पाटिल द्वारा दी गयी है।
साथ ही विनोद पाटिल इन्होने सभी से मेरा विनम्र अनुरोध है कि कोई भी युवा इस तरह का कदम न उठाए। आरक्षण आपका अधिकार है, साथ ही पाटिल बोले मुझे यकीन है कि आपको अदालत में आरक्षण मिलेगा। हमारा जीवन महत्वपूर्ण है इसीलिए ऐसे कदम न उठाये जिससे किसीभी तरह की जीवितहानि हो , हाथ जोड़कर आपसे निवेदन है कि आप धैर्य रखें, माँ तुलजा भवानी के आशीर्वाद से आप जीतेंगे!