लखनऊ. इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज के ठिकानों में मिली अलमारियों में भरी नकदी को लेकर बड़ी राहत दे दी गई है. डायरेक्ट्रेट जनरल आफ जीएसटी इंटेलिजेंस ने छापों में मिली 177.45 करोड़ रुपए नकदी को कारोबार के तौर पर दर्ज करते हुए अदालत में कागजात दाखिल किए हैं. अब इस नकदी को इत्र कारोबारी के टर्नओवर का हिस्सा बताया गया है. डीजीजीआई ने इस पर 31.50 करोड़ रुपए की करों की देनदारी और 19.5 करोड़ रुपए का दंड लगाया है. इस तरह से कुल 52 करोड़ रुपए इत्र कारोबारी को जमा करने को कहा गया था. जैन परिवार ने बीते रविवार को ही इस रकम को जमा भी कर दिया है. बरामद नकद को टर्नओवर में दर्ज करने के बाद इत्र कारोबारी को न केवल राहत मिल गयी है, बल्कि इस मामले में वह आयकर के फंदे से बच गया है। डीजीजीआई ने बरामद नकदी को पीयूष जैन की दो फर्मों के टर्नओवर के तौर पर दिखाया है.