नागपुर।(नामेस)। राज्य के सभी राजनीतिक हलकों का ध्यान आकर्षित करने वाले नागपुर विधान परिषद चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार चंद्रशेखर बावनकुले ने बाज़ी मार ली है. उन्होंने कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार मंगेश देशमुख को हराकर कुल 554 मतदाताओं के बीच 362 वोट हासिल किये हैं. कांग्रेस समर्थित मंगेश देशमुख को 186 वोट मिले. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने चंद्रशेखर बावनकुले की उम्मीदवारी को खारिज कर दिया था. दो साल के राजनीतिक अंतराल के बाद भाजपा ने अब नागपुर विधानसभा चुनाव के लिए बावनकुले को मैदान में उतारा था. कांग्रेस ने पहले छोटू भोयर को मैदान में उतारा था. बाद में उन्होंने अपना उम्मीदवार बदल दिया और मंगेश देशमुख का समर्थन किया था. लेकिन इससे कांग्रेस को कोई फायदा नहीं हुआ. इस चुनाव में भाजपा के पास 318 वोट थे. लेकिन, बावनकुले को वास्तव में 362 वोट मिले है. भाजपा प्रत्याशी बावनकुले को उनके कोटे से 44 वोट ज्यादा मिले. दूसरे शब्दों में भाजपा महाविकास अघाड़ी के 44 वोट हासिल करने में सफल रही. मंगेश देशमुख को 186 वोट मिले. कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार छोटू भोयर को सिर्फ एक वोट मिला है. इस बीच जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, ‘मैं नितिन गडकरी और देवेंद्र फडणवीस को धन्यवाद देता हूं. मैं उन मतदाताओं को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझे वोट दिया. कांग्रेस की आज की हार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले की हार है. उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. जीत के बाद बावनकुले ने देवेंद्र फडणवीस को गले लगा लिया. इस दौरान उनके आंसू छलक पड़े. बावनकुले की जीत के बाद पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुशी जाहिर की. फडणवीस ने कहा, ‘जब मैं जीता था, आज मैं उससे ज्यादा खुश हूं.’ उन्होंने यह भावना व्यक्त की कि उन्होंने विधायिका में बहुत अच्छा काम किया है और लोगों के कल्याण और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए ऐसा करना जारी रखेंगे. जीत के बाद बावनकुले ने नागपुर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के आवास का दौरा किया. इस मौके पर कंचन गडकरी ने बावनकुले को तिलक लगाार जीत की बधाई दी. जबकि नितिन गडकरी ने दिल्ली से फोन कर बावनकुले को बधाई दी.
नवाब मलिक ने भाजपा पर साधा निशाना
नवाब मलिक ने आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव में मोटी रकम देकर वोटरों को खरीदने की कोशिश की गई. नवाब मलिक ने यह भी मांग की है कि कानून को उसी तरह से अधिनियमित किया जाना चाहिए जैसे राज्यसभा में अधिनियमित किया गया था. राज्यसभा में जहां पैसे लेकर क्रॉस वोटिंग हो रही है, वहीं पार्टी के व्हिप के मुताबिक संसद में वोटिंग की इजाजत देने के लिए कानून बनाया गया है. नवाब मलिक ने यह भी कहा कि विधान परिषद को लेकर संसद में कानून बनाने की जरूरत है.
चंद्रकांत पाटिल का पलटवार
चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि चंद्रशेखर बावनकुले ने दो साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने के बावजूद धैर्य और संयम से काम लिया. दो साल तक बावनकुले संयम से काम करते रहे. इससे उन्हें फायदा हुआ. उन्होंने महाविकास अघाड़ी के चुनौती देते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव गुप्त मतदान से कराएं. इसके बाद देखें कि अध्यक्ष किस पक्ष का होगा और सरकार के पीछे कितने विधायक है.