गोंदिया:
राज्य सरकार ने महात्मा ज्योतिबा फुले कर्ज मुक्ति योजना अंतर्गत राज्य के किसानों को कर्ज माफ किया है. इसके अंतर्गत जिले के धान उत्पादक किसानों को भी इस योजना का लाभ मिला है. जिले में अब तक 27 हजार 21 किसानों को इस योजना का लाभ दिया गया है. वहीं कर्जदार किसानों के खाते पर शासन के माध्यम से अब तक 108.56 करोड़ रूपये डाले गए है.किसानों की खरीफ और रबी मौसम में बिजाई दवाई आदि के लिए पैसे की जरूरत पड़ने पर किसान निजी साहूकारों के दरवाजे पर ना जाए किसानों की लूट न हो इसके लिए शासन द्वारा विभिन्न बैंकों के माध्यम से फसल कर्ज उपलब्ध करा दिया जाता है. लेकिन एक बार खेती करते समय किसानों के समक्ष ओले, अतिवृटि, बेमौसम बारिश आदि विभिन्न संकट आते हैं. वही खर्च अधिक व आवक कम ऐसी अवस्था होती है. जिससे किसान द्वारा लिया गया कर्ज भुगतान करने में असमर्थ होते हैं.पिछले कुछ वर्षों से राज्य के किसानों पर इसी तरह की परिस्थिति है. इस बीच तत्कालीन युक्ति शासन के कार्यकाल में छत्रपति शिवाजी महाराज किसान कर्ज मुक्ति योजना की घोषणा की गई थी. इस योजना के तहत किसानों के लिए डेढ़ लाख रुपये तक कर्ज माफ किए गए थे. वहीं वर्तमान महाविकास आघाडी शासन द्वारा भी सरकार व वस्त्रोद्योग विभाग के 17 दिसंबर 2019 के शासन निर्णय अनुसार 1 अप्रैल 2015 से 31 मार्च 2019 में फसल लेने वाले किसानों के लिए महात्मा ज्योतिबा फुले कर्ज मुक्ती योजना 2019 शुरू की गई है. इस योजना अंतर्गत 2 लाख तक बकाया फसल कर्ज माफ किया गया.इस योजना के अनुसार उक्त अवधि में कर्ज लेने वाले किसानों ने किसानों के कर्ज माफ कर दिए गए है. जिसमें जिले के 27 हजार 21 किसानों को इस योजना का लाभ मिला है. इसके लिए शासन ने किसानों के 108 करोड़ 56 लाख रुपए के फसल कर्ज का भुगतान कर दिया है.
आधार प्रमाणीकरण के लिए विशेष अभियान
जिले के कर्जदार किसानों को कर्ज माफी योजना का लाभ उठाने के लिए आधार प्रमाणीकरण करना जरूरी है. जिले में 27 हजार 744 कर्ज खाते हैं. इसमें से 27 हजार 415 खातों का आधार प्रमाणीकरण हो गया है. जबकि 329 कर्ज खातों का आधार प्रमाणीकरण नहीं हुआ है .416 प्रकरण शिकायत में है. 27 हजार 21 किसानों के 108 करोड़ 56 लाख रुपए के फसल कर्ज माफ किए गए हैं. जिससे शेष किसानों को अपना आधार प्रमाणीकरण करें इसके लिए 15 नवंबर तक आधार प्रमाणीकरण के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया है.