हिंगनघाट।
श्री जैन श्वेतांबर पार्श्वनाथ मंदिर हिंगनघाट के तत्वावधान में हो रहे चातुर्मास में निश्रा प्रदान कर रहे प.पू. आचार्यश्री पद्मप्रभसूरीश्वरजी म.सा. के शिष्य प.पू. सूरिमंत्राराधक आचार्यश्री महानन्द सूरीश्वरजी म.सा. की सूरिमंत्र की जाप-साधना आज 34 दिन पश्चात परिपूर्ण हो गई। पू. आचार्यश्री विश्व शांति एवं आत्मकल्याण की मंगल भावना लिये 34 दिवसीय जाप-साधना में विराजित थे। साधना के इन दिव्य क्षणों में स्त्री दर्शन निषेध एवं तप अनिवार्य था। तप की परिपूर्णता पर अंतिम दिन श्री त्रिभुवनस्वामिनी देवी के हवन हुआ। एवं जैन श्रीसंघ के 108 सजोड़े भाविकों ने गुरूदेवश्री के जाप परिपूर्णता पर समुन के वधामणे किये। जाप साधना पूर्णकर गुरूदेवश्री ने सभी भाविकों को आशीर्वचन मांगलिक और आशिर्वाद प्रदान किये। गुरूदेवश्री से प्रथम आशीर्वाद लेने का लाभ राजेशकुमार दिनेशकुमार कोचर परिवार ने लिया। तत्पश्चात सकल श्रीसंघ के साथ पूज्य आचार्यश्री उनके निवास स्थान पर पहुँचे जहाँ पर कोचर परिवार द्वारा पूज्य गुरूदेवश्री का भव्य स्वागत किया गया। वहाँ गुरूदेवश्री के पगलिये लिये गये तत्पश्चात सभी भाविक भक्तों की नवकारसी रखी गई थी, जिसका सभी ने लाभ प्राप्त किया। श्री सूरिमंत्र साधना की परिपूर्णता का विधिविधान अकोला से पधारे हर्षदभाई शाह एवं सूरत से प्रकाशभाई आकोलिया ने करवाया। दोपहर में प्रभुजी के 18 अभिषेक पूजन हुआ जिसमें राखी कोचर ने सुमधुर गीतों द्वारा भक्ति का माहौल बना दिया। इस अवसर पर मुंबई से प्रमोदचंद कांतिलाल मशरूवाला, निलेश शाह, निलेश झांबड, नगराध्यक्ष प्रेम बसंतानी, माजी आमदार अशोक शिंदे, गोकुलदास राठी, अॅड. सुधीर कोठारी, अॅड. मुरलीमनोहर व्यास, अॅड. बुल्लानी, प्रशांत मोहता, ओम डालीया, राजेंद्र डागा, प्रदिप बैद, अशोक मिहानी, थानेदार संपत चव्हाण, विनीत मोहता, डॉ. प्रकाश लाहोटी, श्रीचंद कोचर, नरेश घीया, मुकुंद सांगाणी, प्रविण पटेलिया, सनी पटेल, विपीन पटेल, लतादेवी मोहता, पुष्पा कोठारी, डॉ. गोयनका, अनिल कोठारी, शांतिलाल कोचर, सुरेश भंडारी, प्रदिप कोठारी, गिरीष कोचर, राजेंद्र चोरडीया, कपूरचंद कोचर, शिखरचंद मुणोत, राजेश कोचर, जस्सुभाई पटेल, मंगल बैद, अभय कोठारी, कमल रांका, लालचंद कोचर, कांतिलाल कोचर, शेखर चोरडिया, नाना सुरसे, नरेंद्र बैद, श्रेयांस कोचर, कुशल कोचर, करण कोचर कार्यक्रम में उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में समाज के सभी श्रावक एवं श्राविका ने सहयोग दिया। यह जानकारी राजेश अमरचंद कोचर ने दी।