कुख्यात रंजीत सफेलकर टोली के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने मकोका के तहत कार्रवाई की है. पुलिस ने सफेलकर के करीबी कालू हाटे, उसके भाई भरत हाटे, हेमंत गोरखा, छोटू बागड़े, इसाक मस्ते तथा अन्य साथियों को आरोपी बनाया है. इसी बीच शुक्रवार को सफेलकर टोली के खिलाफ जमीन कब्जाकर 50 लाख रुपए का हफ्ता मांगने का तीसरा मामला भी दर्ज किया गया है.
सफेलकर ने साथियों की मदद से 4 मार्च 2012 को मनीष श्रीवास की अगवा करके हत्या की थी. 9 साल बाद क्राइम ब्रांच ने इस गुत्थी को सलझाकर सफेलकर और उसके साथियों को गिरफ्तार किया हैरंजीत 12 अप्रैल तक हिरासत में है जबकि कालू भरत तथा हेमंत न्यायिक हिरासत में जेल चले गए हैं.
सफेलकर टोली द्वारा हफ्ता वसूली, जमीन पर कब्जा करने आदि मार्ग से काफी संपत्ति बनाए जाने का मामला सामने आने पर पुलिस ने सफेलकर के खिलाफ मकोका की कार्रवाई की है. तीसरा मामला जूनी कामठी थाने का है. भीलगांव निवासी डूमन प्रगट का खैरी में ढाबा था. इस पर प्रगट ने दुकान और कमरे बनाए थे. प्रगट ने यह ढाबा 12 हजार रुपए माह से जीतेंद्र कटारिया को किराये पर दिया था. तय किराया नहीं देने पर प्रगट ने कटारिया को ढाबा खाली करने को कहा.प्रगट जब भी ढाबे पर जाता था तो उसे वहां सफेलकर और उसके साथी मिलते थे. उनसे घबराकर प्रगट ने जमीन एक फर्म को बेच दी, प्रगट और उनके परिजनों ने ढाबे पर जाकर उसकी बिक्री का हवाला देते हुए उसे खाली करने को कहा. इसके बाद कटारिया ने प्रगट को ही नोटिस देकर जमीन का उससे 1.10 करोड़ रुपए में अनुबंध किए जाने का नोटिस जारी कर दिया.
जीतेंद्र कटारिया ने प्रगट की जमीन पर अपने नाम का फलक लगाकर अदालत में विवाद होने की फर्जी जानकारी दी. फलक हटाने के लिए बोलने पर कटारिया ने तलवार दिखाकर मारपीट की. ढाबे के चार रूम पर कब्जा भी कर लिया, इसके बाद सफेलकर ने इमन प्रगट को कामठी स्थित कार्यालय पर बुलाया. यहां सफेलकर, काली, भरत, जीतेंद्रा कटारिया, प्रताप कटारिया भी मौजूद थे. भरत ने प्रगट को धमकाया और 50 लाख रुपए मांगे, भयभीत होने से प्रगट 25 लाख रुपए देने के लिए तैयार हो गया. 10 लाख रुपए देने के बाद प्रगट को मुक्त किया गया. क्राइम ब्रांच द्वारा सफेलकर टोली की गिरफ्तारी का पता चलने पर प्रगट शिकायत दर्ज कराने के लिए सामने आए. उनका कटारिया पर 5.20 लाख रुपए का किराया बकाया था. इसी तरह कटारिया ने सफेलकर टोली की मदद से ढाबे पर कब्जा करके 10 लाख रुपए की उगाही की थी.