नागपुर की नेशनल इनवायरनमेंट इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा सलाइन गार्गल RT-PCR टेस्ट की खोज की गई जिसको मान्यता मिलने के बाद शनिवार को शहर के सतरंजीपुरा इलाके में इसकी शरुआत हुई। बता दे की सलाइन गार्गल RT-PCR टेस्ट का मतलब है नमक के पानी से गरारे के जरिए कोरोना की जांच। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की और से इसे अप्रूवल दिया गया। NEERI ने कहा है कि वे देशभर में इस प्रोसेस से टेस्ट बढ़ाने के लिए लैब्स की मदद करेंगे।यह प्रोसेस बिल्कुल आसान, तेज और मरीज के लिए आरामदायक है। ग्रामीण इलाकों के लिए ये काफी फायदेमंद साबित होगी। NEERI के वायरोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. कृष्णा खैरनार ने बताया कि ये प्रोसेस काफी आसान है।