
अकोला, 28 मार्च: वक्फ सुधार विधेयक 2025 के विरोध में आज अकोला शहर में मुस्लिम समाज ने काली पट्टी बांधकर जुमे की नमाज अदा की। यह आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में नमाजी शामिल हुए। शहर की कई प्रमुख मस्जिदों में इस कानून का विरोध दर्ज कराया गया। वक्फ सुधार विधेयक 2025 को मुस्लिम समाज के धार्मिक और सामाजिक अधिकारों पर हमला बताया जा रहा है। इसे एक साजिश करार देते हुए आरोप लगाया गया कि मुसलमानों को उनकी मस्जिदों, ईदगाहों, मदरसों, दरगाहों, खानकाहों, कब्रिस्तानों और अन्य धार्मिक-सामाजिक संस्थानों से बेदखल करने की कोशिश की जा रही है। अगर यह विधेयक लागू हुआ, तो सैकड़ों मस्जिदें, ईदगाहें, मदरसे, कब्रिस्तान और कई चैरिटी संस्थाएं सरकार के नियंत्रण में जा सकती हैं। इसी कारण देशभर में मुस्लिम समाज इस विधेयक का विरोध कर रहा है।

“यह विधेयक मुस्लिम समाज की धार्मिक संपत्तियों की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है। इसलिए पूरे देश से इसका विरोध किया जा रहा है। सरकार को इसे तुरंत वापस लेना चाहिए।”नमाजियों ने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध दर्ज कराते हुए सरकार से अपील की कि यह विधेयक तुरंत वापस लिया जाए और मुस्लिम समाज के धार्मिक अधिकारों की रक्षा की जाए।