कोरोना मरीजों के लिए सबसे उपयोगी माने जा रहे रेमडिसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी थम नहीं रही है .वाठोड़ा पुलिस ने निजी अस्पताल में कार्यरत नर्स और उसके ब्वॉयफ्रेंड को इंजेक्शन की कालाबाजारी में पकड़ा है . पकड़े गए आरोपियों में नागेश्वरनगर , पारडी निवासी शुभम सत्यनिवास अर्जुनवार और ज्योति अनूप का समावेश है .
मिली जानकारी के अनुसार ज्योति मूलतः सिवनी की रहने वाली है . वह पिछले कुछ समय से बूटीबोरी के गायकवाड़ कोविड अस्पताल में बतौर नर्स काम कर रही है . कुछ दिन पहले उसने अस्पताल से रेमडिसिवर इंजेक्शन चोरी किए . अपने ब्वॉयफ्रेंड शुभम को इसकी जानकारी दी. शुभम ने वाठोड़ा परिसर में रहने वाले एक युवक को ज्यादा इंजेक्शन उपलब्ध करवाने की जानकारी दी। पुलिस ने जाल बिछाकर शुभम को गिरफ्तार किया .उसके पास से अलग – अलग कंपनी की 5 इंजेक्शन जब्त की गई.शुभम से पूछताछ करने पर बताया कि उसकी गर्लफ्रेंड ज्योति बूटीबोरी के गायकवाड़ अस्पताल में काम करती है . उसी ने इंजेक्शन चोरी करके बेचने के लिए दिए थे . जानकारी मिलते ही पुलिस ने ज्योति को भी गिरफ्तार कर लिया . दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी , आपदा प्रबंधन कानून , जीवनावश्यक अधिनियम की विशेष धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया . सोमवार को पुलिस ने दोनों को न्यायालय में पेश किया . अदालत ने उन्हें 21 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए है .
डीसीपी अक्षय शिंदे के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर आशालता खापरे , पीएसआई रमेश नन्नावरे , एएसआई बटूलाल पांडेय , कांस्टेबल जगन्नाथ घायवट , रोहिदास जाधव , अतुल टिकले , पवन साखरकर , गजेश ने कार्रवाई को अंजाम दिया .