इस कोरोना महामारी के दौर मे भी लोग कीतने बेपरवाह है इसका ताजा उदाहरण आज सावनेर कोल माईंन्स येरीया मे दिखाई दीया सावनेर कोल माइंन्स व्दारा निर्मित इको पार्क जिसकी प्रशंसा देशके पंतप्रधान मा.नरेंद्र मोदी ने भी अपने मनकी बात इस.कार्यक्रम मे कर इस इको पार्क के निर्माणकर्ता वेकोली अधिकारी कर्मचारीयोको बधाई भी दि थी.और इसी इको पार्क के आगेसे गुजरने वाली सडक के कीनारे एक दो नही अनेक उपयोग मे लाई गयी पीपीई की रास्तोपर लावारीस अवस्था मे फेकी दिखाई पडी और उन्हे आवारा पशू एंव इको पार्क के करीब जंगलो मे रहनेवाले वानर इससे खेलते नजर आरहे है
ज्ञात हो की कोरोना संक्रमण से बचने या संक्रमीत मरीजोके करीब जाने हेतू उक्त पीपीई कीट का ऊपयोग कीया जाता है वैसे तो आम तौर पर इनका उपयोग आस्पताल और कोवीड़ सेंटरो मे बडे पैमाने पर कीया जाता है.तथा कोई परीजन कीसी अपने कोरोना संक्रमीत को अस्पताल या घरो मे मीलने जाता है तब भी इसका उपयोग कीया जाता है और इसके उपयोग के बाद इसे सुरक्षित स्थान पर नष्ट करनेकी हीदायते भी दी गयी है फीर भी लोग इतने बेफीक्र हो रहे है की इन उपयोग मे लायी गयी जिवन सुरक्षक पीपीई कीट अब वेकोली निवासी ही नही तो आम नागरिको के लीये जानलेवा साबीत हो रही है
वेकोली के इको पार्क मे लावारीस तौरपर पडी इन जानलेवा पीपीई कीटो को सुरक्षीततापूर्वक नष्ट करने तथा संपूर्ण वेकोली परिसर ही नही तो तहसील के हर राज्य व राष्ट्रीय महामार्ग कु जाँच की जाये की ऐसी जानलेवा पीपीई कीट अन्य स्थानोपर तो पडी नही तथा उक्त पीपीई कीट लावारीस तौर पर फेकनेवालो की भी जाँच की तथा फेकनेवालो फर कडी कारवाई की जाय ऐसी मांग उठने लगी है