उर्जित पटेल, जो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रह चुके हैं, को अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें IMF में कार्यकारी निदेशक (Executive Director) नियुक्त किया गया है, जहाँ वे भारत समेत कई देशों का प्रतिनिधित्व करेंगे।
उर्जित पटेल का नया कार्यभार
- उन्हें तीन साल के लिए IMF के मॉनिटरी फंड बोर्ड में कार्यकारी निदेशक बनाया गया है।
- इस भूमिका में वे भारत, श्रीलंका, भूटान और बांग्लादेश जैसे देशों की नीतिगत मामलों में भागीदारी करेंगे।
उनके RBI कार्यकाल की प्रमुख बातें
- उर्जित पटेल ने सितंबर 2016 में RBI के 24वें गवर्नर के रूप में पदभार संभाला था।
- उनके कार्यकाल में ही नवंबर 2016 में नोटबंदी की ऐतिहासिक घोषणा हुई थी, जिसमें ₹500 और ₹1000 के पुराने नोट बंद कर दिए गए थे।
- उन्होंने महंगाई नियंत्रण के लिए 4% CPI लक्ष्य तय करने में भी अहम भूमिका निभाई थी।
अन्य उपलब्धियाँ
- पटेल ने IMF में नियुक्ति से पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में काम किया है, जैसे कि G20 और विश्व बैंक।
- वे पहले भी RBI में डिप्टी गवर्नर रह चुके हैं और वित्तीय नीतियों के विशेषज्ञ माने जाते हैं।

इस नियुक्ति को भारत की वैश्विक आर्थिक भागीदारी के लिहाज से एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।