
अवैध रूप से संचालित हो रहे भारी ट्रेलर पर आरटीओ विभाग ने सख्त एक्शन लेते हुए 50 हजार रुपये का चालान ठोक दिया। यह कार्रवाई तड़के करीब 3 बजे की गई, जब परिवहन विभाग की टीम ने वाडी क्षेत्र में दबिश देकर तकरीबन 9 ट्रैक्टर लादे ओवरलोडेड ट्रेलर को पकड़ा।
कैसे पकड़ा गया अवैध ट्रेलर?
सूत्रों के मुताबिक, गुड्स कैरियर ट्रेलर (RJ11GD9235) एक वेयरहाउस से निकला था, जिसमें एक ही ट्रेलर पर 9 ट्रैक्टर लादे गए थे। ओवरलोडिंग की वजह से गाड़ी असंतुलित और खतरनाक रूप से सड़क पर दौड़ रही थी। जैसे ही आरटीओ विभाग की नजर इस पर पड़ी, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी नागपूर ग्रामीण विजय चव्हान के मार्गदर्शन में मोटार वाहन निरीक्षक शंकर कराले , सहायक मोटर वाहन निरीक्षक संजय बहिराम, गोपाल हराळे व नितेश मिश्राम,चालक सुरेश हिवराले टीम ने तुरंत कार्रवाई कर गाड़ी को रोक लिया। जांच में सामने आया कि यह ट्रेलर न सिर्फ ओवरलोड था, बल्कि इसके चेसिस में भी अवैध रूप से बदलाव किया गया था।
महिंद्रा कंपनी भी जिम्मेदार?
अनुभवी ट्रांस्पोर्टर का मानना है कि इस तरह की ओवरलोडिंग में सिर्फ ट्रेलर मालिक ही नहीं, बल्कि वाहन निर्माता कंपनियों की भी लापरवाही सामने आ रही है। अगर महिंद्रा जैसी प्रतिष्ठित कंपनी जिम्मेदारी से काम करती और ट्रैक्टरों के सुरक्षित परिवहन के लिए सही गाइडलाइंस देती, तो इस तरह के अवैध ट्रेलर कंटेनर सड़क पर न दौड़ते। एक ट्रेलर पर 9 और उससे अधिक ट्रैक्टर लादना और परिवहन करना यह अवैध है।
क्या-क्या गड़बड़ियां पकड़ी गईं?
परिवहन विभाग द्वारा ट्रेलर पर ये गंभीर उल्लंघन पाए गए:
✅ फाइन – ₹20000
✅ चेसिस में अवैध बदलाव – ₹2000
✅ निर्धारित लंबाई से अधिक – ₹4000
✅ निर्धारित ऊंचाई से अधिक – ₹4000
✅ फ्रंट/साइड/रियर में प्रोजेक्शन – ₹20000
ऐसे अन्य नियमों का उल्लंघन करने पर ₹50000 का चालन किया गया है।
आरटीओ अधिकारी शंकर कराले ने बताया कि बिना वैध परमिट के चलने वाले ऐसे वाहनों पर अब 100% अतिरिक्त पेनल्टी लगाई जाएगी, जिससे चालान की राशि और बढ़ सकती है।
अवैध वाहनों पर होगी और सख्ती!
परिवहन विभाग ने साफ कर दिया है कि सड़कों पर नियमों की अनदेखी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर वाहन मालिक जुर्माना समय पर नहीं भरते हैं, तो ट्रेलर को जब्त भी किया जा सकता है।
ऑनलाइन भुगतान की सुविधा: वाहन मालिक को चालान की राशि ऑनलाइन भरने का विकल्प भी दिया गया है।
सड़क पर उतरे तो नियमों में रहें!
इस बड़ी कार्रवाई के बाद ट्रांसपोर्ट सेक्टर में हड़कंप मच गया है। परिवहन विभाग अब लगातार ऐसे अवैध वाहनों की जांच कर रहा है, ताकि सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों का कड़ाई से पालन हो सके।